मेरठ

अगर आप भी हैं पशु प्रेमी तो पालिए छुट्टा गोवंश, सरकार देगी इतना रुपये

Highlights
-छुट्टा गोवंश पालने पर खाते में प्रतिदिन आएगा रूपया
-सरकार ने जारी किए 18 करोड
-बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत मिलेगी धनराशि

मेरठAug 26, 2020 / 10:30 am

Rahul Chauhan

मेरठ। अगर आप पशु प्रेमी हैं और आवारा पशुओं को पालने में सक्षम हैं तो अब सरकार की ओर से आपको इसके लिए धन मिलेगा। सरकार प्रति गोवंश पालने पर 30 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से बचत खाते में डलवाएंगी। किसानों और पशुपालकों द्वारा स्वेच्छा से बेसहारा और निराश्रित गोवंश पालने की योजना को मंजूरी मिल गई है। यह ‘माननीय मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना’ के नाम से जानी जाएगी। इस योजना में प्रतिदिन प्रति गोवंश के हिसाब से पालक को तीस रुपये दिये जाएंगे। यह धनराशि सीधे संबंधित पालकों के खाते में जाएगी। इसके लिए 18 करोड रूपये की धनराशि भी स्वीकृत की जा चुकी है।
मेरठ के जिला पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 अनिल कंसल ने बताया कि इसके क्रियान्वयन के लिए पहले चरण में स्वेच्छा से पालने वालों को एक लाख गोवंश दिये जाने की योजना है। डीएम और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को यह जिम्मेदारी दी गई है कि जिलों में ऐसे इच्छुक किसानों, पशुपालकों और स्वयंसेवकों को चिह्नित करें जो निराश्रित गोवंश पालने को तैयार हैं। डीएम द्वारा ऐसे पशु पालने वालों को 30 रुपये प्रति गोवंश प्रतिदिन की दर से भरण-पोषण की धनराशि सीधे बैंक खाते में दी जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा स्थापित एवं संचालित अस्थायी और स्थायी केंद्रों के जरिये गोवंश सिपुर्द किये जाएंगे और उनकी नियमित निगरानी भी होगी।पशुधन संख्या की दृष्टि से यह देश का सबसे बड़ा प्रदेश है।
सरकार द्वारा संचालित अस्थायी, स्थायी केंद्रों से सिपुर्द किये गए गोवंश से संबंधित रिकार्ड दर्ज किये जाएंगे। इसकी कार्यवाही डीएम द्वारा ग्राम पंचायत, ब्लाक और तहसील स्तर की स्थानीय समिति के माध्यम से की जाएगी। स्थानीय समिति प्रगति से अवगत कराएगी। सिपुर्दगी में लेने के बाद पालक किसी भी दिशा में गोवंश को बेचेगा नहीं और न ही छुट्टा छोड़ेगा। सीडीओ ईशा दुहून ने बताया कि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को योजना को गांव तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है।

Hindi News / Meerut / अगर आप भी हैं पशु प्रेमी तो पालिए छुट्टा गोवंश, सरकार देगी इतना रुपये

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.