यह भी पढ़ेंः सवा लाख का यह इनामी है बहुत खतरनाक, गोली मारने के बाद चेक करता था मरा या नहीं! यह भी पढ़ेंः कमेटी के पैसे को लेकर हुआ विवाद, युवक का कर दिया ऐसा हाल मिड-डे मील की भी हालत खराब विद्यालय में दिया जा रहे मिड-डे मील की भी खराब क्वालिटी है। दाल में पानी की ज्यादा मात्रा आैर सूखी रोटी बच्चों को मिड-डे मील में दी जा रही है। यहां की सहायक अध्यापिका का कहना है कि मिड-डे मील अच्छा नहीं दिया जा रहा। शौचालय नहीं होने के कारण बच्चियों को बाहर गली में शौच के लिए जाना पड़ता है। विद्यालय में बच्चियों की संख्या 57 से 43 तक आ गर्इ है। माता-पिता अपनी बच्चियों काे यहां नहीं पढ़ाना चाह रहे। उन्होंने बताया कि उन्हें विद्यालय ज्वाइन किए पांच साल हो गए हैं, लेकिन तभी से बिजली-पानी की व्यवस्था नहीं है।