मेरठ

गोल्डन कार्ड बनवाने के नियमों में सरकार ने किया बड़ा बदलाव, अब सिर्फ करना होगा ये काम

आयुष्मान भारत योजना में शामिल किए गए अंत्योदय परिवारों के लिए गोल्डन कार्ड बनवाने के नियमों में सरकार ने तब्दीली की है। अब किसी भी नजदीकी जनसेवा केंद्रों या स्वास्थ्य केंद्र पर राशन कार्ड व आधार कार्ड दिखाकर नि:शल्क गोल्डन कार्ड बनवाया जा सकेगा।

मेरठOct 21, 2021 / 02:03 pm

Nitish Pandey

मेरठ. आयुष्मान भारत योजना में शामिल किए गए अंत्योदय परिवारों को गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। अंत्योदय परिवारों को अन्य लाभार्थियों की तरह प्रधानमंत्री का डिजीटल पत्र या परिवार रजिस्टर की नकल दिखाने की जरूरत नहीं है। अंत्योदय परिवारों से जुड़े लोग किसी भी नजदीक के जनसेवा केंद्रों या स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर राशन कार्ड व आधार कार्ड दिखाकर अपना और परिवार का नि:शुल्क गोल्डन कार्ड बनवा सकेंगे। अंत्योदय परिवारों को भी प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक की नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
यह भी पढ़ें

OMG: लाखों की लग्जरी गाड़ियों में पल रहे खतरनाक जहरीले सांप, कारण जान उड़ जाएंगे होश

25 सितंबर 2018 से शुरू हुई आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में सर्वप्रथम आर्थिक व सामाजिक गणना-2011 की सूची में ग्रामीण व शहरी परिवारों को चयनित किया गया है। इसमें काफी गरीब परिवार लाभ से वंचित रह गए। ऐसे में योगी सरकार ने आयुष्मान भारत-मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत करीब 10 हजार गरीबों को योजना में शामिल किया। इससे कुल जनपद से 2,51,183 परिवार योजना के दायरे में आ गए। फिर भी तमाम परिवार लगातार योजना का लाभ पाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे थे। हाल ही में सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले अंत्योदय राशन कार्ड धारकों के मुफ्त इलाज की गारंटी भी ले ली। जिले में करीब 10 हजार अंत्योदय राशन कार्ड धारक हैं।
गोल्डन कार्ड में भी प्राथमिकता

जिले में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 12,55,915 पात्र हैं। इनमें 2,51,183 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। अंत्योदय परिवारों के करीब 10 हजार गोल्डन कार्ड बनाए जाने हैं। जिसके सापेक्ष अभी 15 प्रतिशत ही गोल्डन कार्ड बने हैं। सरकार की मंशा है कि अंत्योदय परिवारों को गोल्डन कार्ड प्राथमिकता से बन जाए। इसके लिए उन्हें रियायत भीदी गई है।
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत अंत्योदय कार्ड धारक नजदीकी जन सेवा केंद्र या पैनल में शामिल आयुष्मान हास्पिटल (कुल 65) में जाकर अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। उन्हें प्रधानमंत्री के पत्र की जरूरत नहीं पड़ेगी। राशन कार्ड का नंबर ही उनका आयुष्मान नंबर होगा। आयुष्मान योजना के अंतर्गत सरकार गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा दे रही है, लेकिन काफी लोगों ने अभी तक गोल्डन कार्ड नहीं बनवाए हैं। अब अंत्योदय कार्ड धारक भी योजना में शामिल किए गए हैं। सभी लाभार्थी गोल्डन कार्ड बनवाकर योजना का लाभ उठाएं।
यह भी पढ़ें

Noida International Airport: जेवर एयरपोर्ट पहुंचना होगा आसान, यमुना प्राधिकरण ने तैयार की 25 किमी लंबी सड़क बनाने की योजना

Hindi News / Meerut / गोल्डन कार्ड बनवाने के नियमों में सरकार ने किया बड़ा बदलाव, अब सिर्फ करना होगा ये काम

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.