यह भी पढ़ेंः कांवड़ यात्रा के शोर में अश्लील डांस पार्टी के आयोजन की थी तैयारी, पुलिस अफसरों ने बिठार्इ जांच 22 जुलार्इ को चले थे हरिद्वार से मेरठ के दौराला पहुंचे गोल्डन बाबा 22 जुलार्इ को हरिद्वार से कांवड़ लेकर चले थे, वह दिल्ली की अशोक गली के लक्ष्मी नारायण मंदिर में जलाभिषेक करेंगे। गोल्डन बाबा अपने काफिले के साथ हरिद्वार से लौटते हुए मेरठ के दौराला क्षेत्र में पहुंचे आैर यहां आराम किया। गोल्डन बाबा ने बताया कि इस बार उनकी तबियत ठीक नहीं है। दो आॅपरेशन की वजह से डाॅक्टर ने उन्हें कम सोना पहनने की सलाह दे रखी है। इसके बावजूद वह 21 किलो सेना पहनकर आए हैं। वह इस बार 25 किलो सोना पहनकर आने वाले थे। उन्होंने बताया कि इस बार वह 26वीं बार कांवड़ ला रहे हैं। इस बार उनका आना मुश्किल था, लेकिन भगवान शिव के आशीर्वाद से वह ला पा रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः VIDEO: हरिद्वार जाने वाली सभी ट्रेनें कांवड़ियों से फुल, लोगों की बढ़ गर्इ परेशानी कुंभ मेले के बाद बंद किया कारोबार कपड़े आैर प्रोपर्टी का कारोबार करने वाले गोल्डन बाबा ने 2013 में कुंभ के मेले में शामिल होने के बाद अपना कारोबार बंद कर दिया। अब वह महात्मा बन गए हैं। उनके काफिले में शामिल पुरुष-महिला उनकी सेवा में लगे रहते हैं। गोल्डन बाबा कांवड़ लाते समय मेरठ की सीमा में पहुंचे तो पुलिस प्रशासन ने उन्हें यहीं से एेसी कड़ी सुरक्षा दी ताकि काफिले को कोर्इ परेशानी न हो। पुलिसकर्मियों ने गोल्डन बाबा के काफिले के आसपास से लोगों को हटाया, ताकि कोर्इ असामाजिक तत्व दिक्कत नहीं पहुंचाए।
यह भी पढ़ेंः मेरठ में कांवड़ियों को ले जा रहा टेंपो दुर्घटनाग्रस्त, 10 से ज्यादा घायल, देखें वीडियो आपराधिक मामले भी आए सामने गोल्डन बाबा की पुलिस कर्इ मामलों में जांच भी कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार गोल्डन बाबा उर्फ सुधीर कुमार मक्कड़ उर्फ बिट्टू भगत का चौंकाने वाला अपराधिक इतिहास सामने आया। गोल्डन बाबा के खिलाफ अपहरण, फिरौती व जबरन धन उगाही जैसे 34 मामले अलग-अलग थानों में दर्ज मिले हैं, जो विचाराधीन हैं। 2007 में गोल्डन बाबा ने एक अपहरण के मामले में 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। इसका आपराधिक मुकदमा गांधीनगर दिल्ली के थाने में दर्ज है। पुलिस के मुताबिक गोल्डन बाबा पर जबरन धन उगाही के भी आरोप हैं।