यह भी पढ़ेंः Diwali 2018: दीवाली से इस समय घर पर झाड़ू लगाने का बना लें नियम, फिर देखिए किस तरह होती है धन वर्षा इसलिए वर्षों से रंगोली बनाने की है पंरपरा कहा जाता है कि जब श्री राम, लक्ष्मण आैर सीता 14 वर्षों का वनवास आैर रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे, तब अयोध्या के लोगों ने उनके स्वागत में अपने घरों का साफ-सुथरा किया। घर के अंदर आैर बाहर दीपक जलाए आैर फूलों व रंग की रंगोली से अपने घर सजाए थे। इसके साथ-साथ जब भारत आजाद हुआ था तो पहले स्वतंत्रता दिवस आैर गणतंत्र दिवस पर घरों-घरों में रंगोली सजार्इ गर्इ थी। इसके अलावा भी लोगों का मानना है कि जिस शहर, गांव या घर में रंगोली बनार्इ जाए, वह धन-धान्य से भर जाता है। ज्योतिष व वास्तुशास्त्र में एेसा माना जाता है कि घर में रंगोली बनाने से उस जगह की नकारात्मकता समाप्त हो जाती है आैर पाॅजिटिव उर्जा बढ़ती है। इससे मन में जोश आैर आसपास का माहौल सकारात्मक हो जाता है।
यह भी पढ़ेंः दीपावली से पहले योगी सरकार को फिर आयी गन्ना किसानों की याद, चीनी मिलों को दी ये कड़ी चेतावनी मां लक्ष्मी होती हैं प्रसन्न, साथ ही यह रखें ख्याल दीपावली त्योहार घर के मुख्य द्वार आैर आंगन में रंगोली बनाने से मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं। इसलिए दीपावली पर रंगोली जरूर बनानी चाहिए। रंगोली बनाते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। मुख्य दरवाजे पर तैयार रेडीमेड रंगोली में गणेश जी आैर मां लक्ष्मी की तस्वीर नहीं होनी चाहिए। यह सही नहीं माना जाता। फर्श पर रंगोली बनाते समय स्वास्तिक आैर आेम चिन्ह न बनाएं। रंगोली में अधिकतर गुलाबी, लाल, हरा रंग ही उपयोग में लाना चाहिए। काला व नीला रंग इस्तेमाल न करें। साथ ही दक्षिण दिशा में आयताकार रंगोली ही बनाएं। अन्य तरह की रंगोली से नकारात्मकता आएगी।
रंगोली के वैज्ञानिक आैर शारीरिक फायदे रंगोली बनाने से घर में शुभता, सकारात्मक उर्जा आैर धन-धान्य से जुड़े फायदे होते ही हैं, साथ ही इसे बनाने के वैज्ञानिक फायदे भी हैं। रंगोली बनाने से मानसिक तनाव दूर होता है, साथ ही रंगोली बनाते समय अंगुली आैर अंगूठा ज्ञानमुद्रा से बुद्धि को काफी बल मिलता है।