यह भी पढ़ें
आशियाने का सपना रखने वालों के लिए खास खबर, सुप्रीम कोर्ट ने दी बड़ी राहत
दरअसल, सारा मामला घोड़े और खच्चरों में फैली लाइलाज ग्लैंडर्स बीमारी को लेकर है। जिसकी दहशत से जिला प्रशासन ही नहीं देश प्रदेश स्तर तक कोहराम मचा है। बागपत में पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी 12 घोड़ों के नमूने लेकर जांच के लिए भेज चुके हैं। बाहर से आने वाले घोड़े और खच्चरों का जिले में पूरी तरह प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। घोड़ों में ग्लैंडर्स बीमारी का प्रकोप एकाएक बढ़ने से जिला प्रशासन सख्त नजर आ रहा है। यह भी पढ़ें
एक साल में ही योगी सरकार से मोह भंग, कैराना उपचुनाव से पहले किसानों ने कही ऐसी बात कि भाजपा में मची खलबली
कुछ घोडों में बीमारी की पुष्टि हो चुकी है। जिसमें एक घोडो को जहर का ईंजेक्शन देकर जमीन में दबाया गया है। यदि और घोड़े और खच्चरों में इसकी पुष्टि होती है तो इसके बाद विभाग इन रोग मिलने वाले घोड़ों को मौत के लिए इंजेक्शन लाएगा। इस रोग की आमद से घोड़ा, खच्चर और इस प्रजाति के पशुओं को पालने वाले लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जरा भी रोग दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सकों से उपचार करवा रहे हैं। यह भी पढ़ें