यह भी पढ़ेंः बुर्का पहनकर घर में घुसे बदमाश, महिला के साहस के सामने उनका हुआ यह हाल इनमें से एक विशेष सम्प्रदाय की किशोरी होने से तनाव सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को क्षेत्र का निवासी मोनू और उसके दोस्त क्षेत्र की निवासी अनुसूचित जाति और एक सम्प्रदाय विशेष की किशोरियों को गाड़ी में उठाकर खेतों मेें ले गए। वहां किशोरी से गैंगरेप के बाद आरोपी उन्हें कार की डिग्गी में बंद करके वापस लौट रहे थे, इसी दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। जिसके बाद डायल 100 की पुलिस द्वारा रोके जाने पर आरोपी कार छोड़कर फरार हो गए। उधर, आरोपियों में से एक रिश्तेदारी में नगर पालिका चेयरमैन का भतीजा होने के कारण पुलिस ने पूरे मामले में खेल करते हुए दोनों पीड़ित किशोरियों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। इधर पीड़ित किशोरियों के परिजनों को धमकी और उनके ऊपर दबाव बनाया जाने लगा कि वे किसी के सामने मुंह न खोले। रूपये का भी झांसा दिया गया, लेकिन मामला पूर्व चेयरमैन के संज्ञान में आते ही तूल पकड़ गया। अनुसूचित जाति की पीड़ित किशोरी का पिता पूर्व चेयरमैन का समर्थक था। घटना के बाद पूर्व चेयरमैन के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने अनुसूचित जाति की पीड़ित किशोरी को मेडिकल के लिए भेजा। एसओ बहसूमा ने बताया पीड़िता ने मोनू व अन्य अज्ञात युवक के खिलाफ गैंगरेप की तहरीर दी है। मामले की जांच की जा रही है।
यह भी पढ़ेंः र्इद आैर फीफा वर्ल्ड कप पर बीएसएनएल ने दिए अपने ग्राहकों को ये खास आफर बोले अधिकारी इस मामले में एसएसपी राजेश कुमार पांडे ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। पूरी तथ्य और घटना की पड़ताल कर लेने के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।