यह भी पढ़ेंः जानिए कौन है नवसंवत का राजा, किन को होगा नए वर्ष में लाभ यह थी घटना एसपी सिटी मानसिंह चैहान ने बताया कि बीती 10 फरवरी को परविंद्र ने अपने भाई राहुल चौधरी की छह फरवरी को गोली मारकर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। हत्या के बाद शव रेलवे पटरी पर डाला गया था। जिस पर थाना पुलिस ने 302 और 201 में मुकदमा पंजीकृत कर लिया था। पुलिस ने इस संबंध में विनीत निवासी पूठा और इतेश निवासी पूठा को मोटरसाइकिल और दो तमंचों के साथ मलियाना रोड पर शनि मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया।
यह भी पढ़ेंः कमेटी के पैसे को लेकर हुआ विवाद, युवक का कर दिया ऐसा हाल अभियुक्तों का सनसनीखेज खुलासा पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि मृतक राहुल चौधरी और विनीत दोनों एक गांव के रहने वाले होने के कारण दोस्त भी थे। राहुल चौधरी ने दो साल पहले विनीत के साथ मारपीट की थी। मृतक राहुल अक्सर विनीत के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करता था। इससे उसे बेइज्जती महसूस होती थी। विनीत ने अपने दोस्त इतेश उर्फ भूरा के साथ मिलकर राहुल को मारने की योजना बनाई और दो फरवरी को ठेके पर शराब पीने के बाद राहुल का दोस्त सोनू राहुल को लेकर अपने साथ जाने लगा तभी विनीत ने सोनू से यह कहकर कि आप चले जाओ हम इसे घर छोड़ देंगे। राहुल को अपने साथ रोक लिया। उसके बाद राहुल को खूब शराब पिलाई। अत्यधिक नशे में होने के कारण उसे मोटरसाइकिल में बीच में बैठाकर अन्सल कालोनी में सुनसान रास्ते के बीच डिवाइडर रोड पर ले गए और उसे मोटरसाइकिल से उतारकर पहले सीने में गोली मारी उसके बाद उसके सिर में गोली मारी।
रेलवे ट्रैक पर डाला था शव उसके बाद फिर से उसे मोटरसाइकिल के बीच पकड़कर रेलवे पटरी पर ले गए और पटरी पर यह सोचकर डाल दिया कि रेल आएगी तो कटने के बाद लोग इसे हादसा समझेंगे, लेकिन जिस पटरी पर शव को डाला उस पटरी पर ट्रेन आती ही नहीं थी। जिसके चलते पूरा मामला खुल गया।