उन्होंने कहा कि वे दो-तीन दिन से देख रहे हैं कि सोशल मीडिया पर एक मैसेज फैलाया जा रहा है। उन्होंने अपनी ही कौम के लोगों से यह पूछा है कि यह संदेश किसने फैलाया है, कौन है जो रास्ते बंद करने की बात कर रहा है, कौन है जो नागरिकता संशोधन कानून के विरोध की बात कर रहा है। उन्होंने कहा कि इन सब बातों पर बिल्कुल भी ध्यान न दें। उन्होंने कहा हमें शांति के साथ चलना है। इसका विरोध करना है तो कानूनी प्रक्रिया के साथ और शांतिपूर्वक तरीके से करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे इस्लाम के मानने वालों ने हिंसा का कोई पैगाम नहीं दिया है।
शाहिद अखलाक ने कहा कि मैं कौम के सभी लोगों से अपील करता हूं कि जुमे की नमाज पढ़ें और शांतिपूर्वक अपने घरों को जाएं। उन्होंने कहा कि बड़े लोग अपने बच्चों को समझाएं कि वे किसी भी ऐसे जलसे में शामिल न हों, जिसमें हिंसा का पाठ पढाया जा रहा हो। बता दें कि आज जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है।