मेरठ। हस्तिनापुर से भाजपा के पूर्व विधायक गोपाल काली ने पत्रकारों कर दीपावली के दिन लाइसेंसी असलाह से फायरिंग की करने के आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि पुरानी रंजिश व षड़यंत्र के तहत उनके खिलाफ गंगानगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यह सब पूर्व हस्तिनापुर एसओ धर्मेंद्र खटीक के खिलाफ कार्रवाई बंद कराने के लिए उन पर दवाब बनाया जा रहा है। यह रिपोर्ट उनका लाइसेंस निरस्त कराने के लिए की गई है, ताकि उन पर जानलेवा हमला किया जा सके। पूर्व विधायक गोपाल काली ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित पत्र की प्रतिलिपि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव और मेरठ जिलाध्यक्ष अनुज राठी को भेजी है। उन्होंने पूरे मामले की उच्च अधिकारी से जांच कराने की मांग की है।
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पूर्व विधायक गोपाल काली ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि दिवाली पर शाम को वह अपने घर पर थे और पूजन की तैयारियां चल रही थीं। तभी छत पर दर्जनों बंदर आ गए तथा मकान की सजावट तोड़ने लगे। उन्होंने बंदरों को भगाने के लिए छर्रे रहित धमाके किए। आए दिन बच्चों व बड़ों के साथ बंदर हिंसक वारदात करते रहते हैं। गोपाल काली ने आशंका जताते हुए कहा कि साजिश के तहत यदि उनका लाइसेंस जब्त हो गया तो उन पर कभी भी जानलेवा हमला हो सकता है। वर्ष 2019 में उन्हें 10 प्रतिशत पर सुरक्षा गार्ड गनर दिया गया था। जो कि समय पूरा होने के डेढ़ माह पूर्व ही वापस बुला लिया था। लगभग दो माह पहले छह बार कॉल कर उन्हें व परिवार को यह धमकी दी गई थी। इसका मवाना थाने में मुकदमा पंजीकृत है। इस मामले की साइबर सेल जांच कर रही है।
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