यह भी पढ़ेंः Weather Alert: तीन दिन बाद तेज बारिश का अलर्ट, स्कूलों की छुट्टियां बढ़ने के आसार ज्योतिषियों के अनुसार इस चंद्रग्रहण में चंद्रमा छोटा बड़ा नहीं दिखाई देगा बल्कि धूल के कणों जैसा धूंधला-सा दिखाई देगा, इस ग्रहण का बहुत अधिक प्रभाव नहीं है। सूतक काल भी अधिक प्रभावी नहीं रहेगा, इसलिए चंद्रमा को सामान्य रूप से पूर्णिमा की रात्रि को देखा जा सकता है। पंडित शाडिल्य ने बताया कि चंद्रग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है लेकिन इस ग्रहण में सूतक का प्रभाव नहीं होगा। यह एक प्रकार से उपछाया चंद्र ग्रहण है। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण की श्रेणी में नहीं आता। इसमें सूतक का विचार नहीं करते।
यह भी पढ़ेंः Meerut: जुमे की नमाज पर अलर्ट, संवदेनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था इन राशियों पर होगा विशेष प्रभाव मेष राशि-आत्मबल में वृद्वि होगी, धन का स्वास्थ्य कारणों से बेवजह व्यय। वृष राशि- धन की हानि हो सकती है और स्वास्थ्य में भी परेशानी रहेगी।
मिथुन- इसी राशि पर ग्रहण है और उन्हें भी स्वास्थ्य व धन की हानि होगी। कर्क- धन का व्यय अच्छे कार्यों में होगा तथा राजनीति में सफलता मिलेगी। सिंह- धन में वृद्वि होगी व घर या जमीन ले सकते है।
कन्या- स्वास्थ्य में गिरावट होगी एवं धन का व्यय होगा। तुला- बेवजह कार्यस्थल पर विवाद हो सकता है। वृश्चिक- कार्य में बाधा रहेगी और हेल्थ से कष्ट मिल सकता है। धनु- पारिवारिक विवाद हो सकते हैं और इन्हे भी धन हानि हो सकती है।
मकर- बाल रोग वृद्वि व वाहन प्रयोग में सावधानी बरतें। कुंभ- धन की प्राप्ति होगी व स्वास्थ्य बेहतर होगा। मीन- व्यवसाय में लाभ रहेगा। यह भी पढ़ेंः VIDEO: रिश्वत की वीडियो वायरल होते ही दरोगा पहुंचा पीडि़त के घर, बोला- बस इस बार बचा लो ग्रहण के समय करें दान ग्रहण के समय किया गया पाठ-दान इत्यादि अपार फल देने वाला है। कुंडली तैयारी में चंद्र दोष जैसी कोई बाधा आ रही हो तो चंद्रग्रहण के समय चंद्रमा के निमित्त मंत्र का पाठ करना चाहिए। वहीं सफेद वस्तुओं का दान करके अपनी बाधाओं को दूर कर उन्नति का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। इसके अलावा भगवान शिव और चंद्रमा का विशेष महत्व है, अत: शिव मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, ओइम् नम: शिवाय मंत्र इत्यादि का जप भी इस समय कल्याण कारक है।