बिजली केबल फुकने के करीब कई घंटों बाद कर्मचारी मौके पर पहुंचे। जिससे स्वर्ण व्यापारियों रोष उत्पन्न हो गया। स्वर्ण कारोबारियों का कहना है कि इसके लिए कई बार बिजली विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। लेकिन इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है। वहीं नील गली स्वर्ण व्यापार एसोसिएशन के अध्यक्ष डा0 संजीव अग्रवाल ने बताया कि ये एशिया की सबसे बड़ी स्वर्ण मंडी है।
यह भी पढ़े : PVVNL Meerut : बिजली कटौती और रोस्टिंग से जनप्रतिनिधियों को अवगत कराएगा पीवीवीएनएल नील की गली सबसे पुरानी सोने की बाजार है। इस गली में हजारों सोने की दुकानें हैं। लेकिन व्यवस्था और सुविधाओं के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी इस तरह के हादसे होते रहे हैं। स्वर्ण व्यापार एसोसिएशन कई बार इस संबंध में पीवीवीएनएल के अधिकारियों से मिल चुका है। इसके लिए प्रशासन को पत्र लिखा लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि लगता है बिजली विभाग और प्रशासन किसी बड़े हादसे के इंतजार में हैं।