यह भी पढ़ेंः भाजपा की इस बड़ी बैठक में हिस्सा लेंगे ये धुरंधर, दो दिन के छह सत्रों में होगा मिशन 2019 के लिए मंथन पांच किलोमीटर तक सड़क पर गड्ढे रोहटा रोड पर पांच किमी तक गड्ढे होने पर उसमें गंदा पानी भर जाने से स्थानीय लोगों का जीना मुहाल हो गया है। कई बार इसकी शिकायत पीडब्लूडी और जिला प्रशासन के अलावा सांसद और विधायक से की गई, लेकिन इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो किसानों ने सड़क पर ही धान की रोपाई शुरू कर दी। क्षेत्रवासियों ने रोहटा रोड के जलभराव में धान की बुवाई कर विरोध-प्रदर्शन किया। सूचना पर एसीएम और कंकरखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को समझाकर शांत करने का प्रयास किया। एसीएम को ज्ञापन सौंपा गया। लोगों ने दो टूक कहा कि सड़क के निर्माण कार्य शुरू होने तक उनका विरोध जारी रहेगा।
यह भी पढ़ेंः पांच साल तक के बच्चाें के लिए अब नीले रंग का ‘बाल आधार कार्ड’, बनवाने का तरीका है बहुत आसान कमिश्नर आैर डीएम भी देख चुके बदहाली दरअसल, रोहटा रोड का निर्माण पीडब्लूडी को करना है। वर्ष 2015 में पीडब्लूडी ने रोहटा रोड का 22 करोड़ रुपये का स्टीमेट तैयार कर शासन को भेजा था। जिसे शासन ने अधिक रकम बताते हुए कम स्टीमेट बनाने को कहा। उसके बाद 19 करोड़ 96 लाख रुपये का स्टीमेट भेजा गया, जिसे शासन ने मंजूर नहीं किया। फिलहर 17 करोड़ 36 लाख रुपये का स्टीमेट भेजा गया। इसे भी सरकार ने नकार दिया। तीन महीने पहले पीडब्लूडी ने 16 करोड़ 69 लाख रुपये कस स्टीमेट शासन को भेजा है, जो अभी तक मंजूर नही हुआ। पिछले दिनों कमिश्नर और डीएम ने भी रोहटा रोड की बदहाल स्थिति को देखा था। उसके बाद भी गड्ढों की स्थिति जस की तस रही। एक हफ्ते पहले पीडब्लूडी ने गड्ढों में ईंट के टुकड़े भर दिए। जिस पर चलने से दोपहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। वाहन चालक गिरकर घायल होते रहे। गुस्साए लोगों ने सड़क पर ही धान की बुवाई कर रोष जताया। लोगों का कहना है कि यदि सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो वे लोग भूख हड़ताल शुरू कर देंगे।