यह भी पढ़ेंः विद्यालयाें में मिड-डे मील देखकर अफसरों ने पकड़ लिया माथा, यह की बड़ी कार्रवार्इ यह भी पढ़ेंः वाराणसी हादसे पर विपक्षी नेताआें ने भाजपा सरकार को लेकर कही बड़ी बातें 50 बार हो चुकी प्रशासन से वार्ता धरना-प्रदर्शन कर रहे इन किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन आैर एमडीए के अफसरों के साथ 50 बार इस संबंध में बातचीत हो चुकी है, लेकिन नर्इ भूमि अधिग्रहण नीति के तहत हमें मुआवजा नहीं मिल रहा है। इसलिए शनिवार को हमें यह निर्णय लेना पड़ा। शनिवार की सुबह अचानक कर्इ किसानों आैर उनके परिवार की महिलाएं शताब्दी नगर की टंकी पर चढ़ गए। फिलहाल पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों ने मौके पर पहुंचकर किसानों से वार्ता की और टंकी पर चढ़े लोगों को नीचे उतारने का कर्इ बार प्रयास किया।
यह भी पढ़ेंः पिता की एेसी हरकतों पर बेटी को लेकर मां रात में ही पहुंच गर्इ थाने, पुलिस ने वापस भेज दिया घर… यह भी पढ़ेंः इन जनपदों में मिलने जा रही है खास छूट, कहीं इसमें आप तो शामिल नहीं चार साल से किसानों की यह है मांग किसानों की मांग है कि 2013 के भूमि अधिग्रहण की नर्इ नीति के तहत उन्हें मुआवज़ा दिया जाए। कर्इ गांवों के किसान 3300 प्रति मीटर जमीन का मुआवजा और छह फीसदी विकसित भूमि दिए जाने की मांग को लेकर चार साल से शताब्दीनगर में प्रदर्शन कर रहे हैं। आज जैसे ही किसानों के टंकी पर चढ़ने की खबर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों का पता चली, तो पूरा अमला मौके पर जा पहुंचा। कोई हादसा न हो इसलिए प्रशसनिक अफसर किसानों के साथ बार-बार वार्ता करते रहे, जबकि किसानों ने साफ कर दिया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक वे नीचे नही उतरेंगे।