यह भी पढ़ेंः लेडी सिंघम बिफरी सभी थानेदारों पर, शुरुआत थाना मवाना से कर भी दी यह भी पढ़ेंः मेरठ में ‘राष्ट्रोदय’ में जुटेंगे पांच लाख स्वयं सेवक, घर-घर से आएगा खाना 19 तक थी परीक्षाएं विश्वविद्यालय के पांच कालेजों में सेकेंड व थर्ड र्इयर की परीक्षाएं पांच फरवरी से शुरू हुर्इ थी, जो 19 फरवरी तक चलनी थी। इसमें मेरठ के एलएलआरएम कालेज, सहारनपुर का गर्वमेंट मेडिकल कालेज, रामा मेडिकल कालेज पिलखुवा, सरस्वती मेडिकल कालेज हापुड़ आैर मेडिकल कालेज मुजफ्फरनगर शामिल हैं। मेरठ व सहारनपुर के मेडिकल कालेज में सेल्फ सेंटर है। विश्वविद्यालय प्रशासन के कुछ लोगों के पास व्हाट्स एेप के जरिए थर्ड र्इयर के सेकेंट पार्ट के कुछ सवाल भेजकर पेपर लीक होने की बात कही गर्इ थी। इसके बाद विश्वविद्यालय ने अगले दिन होने वाला यह पेपर रद कर दिया था।
आपाकालीन बैठक बुलार्इ पेपर लीक होने के बाद कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने आपातकालीन बैठक बुलार्इ। इसमें पेपर लीक होेने की जोरदार चर्चा हुर्इ। निर्णय लिया गया कि एमबीबीएस के बाकी पेपर रद कर दिए जाएं। साथ इसकी जांच के लिए प्रो. वाइस चांसलर की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गर्इ। इससे अब तक हो चुके पेपर के रद होने की संभावना भी बढ़ गर्इ है।
सख्त कार्रवार्इ होगी कुलपति प्रो. तनेजा ने कहा कि जो लोग इसके पीछे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवार्इ की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब बाकी के पेपर नर्इ व्यवस्था में कराए जाएंगे। छात्रों को परेशान होने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कमेटी जांच रिपोर्ट आने के बाद इसके जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवार्इ की जाएगी।