नए एस्कलेटर में होंगी ये प्रमुख विशेषताएं
एस्कलेटर के साइड के पैनल और स्टेप (सीढ़ी) के बीच में साड़ी जैसे ढीले कपड़ों के उलझने की संभावना को कम करने के लिए स्कर्ट गार्ड का प्रयोग। एस्कलेटर पर यात्रा करते समय यात्रियों की उंगलियों की सुरक्षा के लिए एस्कलेटर के हैंडरेल पर फिंगर गार्ड लगा होगा।
एस्कलेटर के असामान्य संचालन पर यात्रियों को एस्कलेटर से गिरने से बचाने के लिए कई स्वचालित सुरक्षा उपकरण होंगे, जिनमें एंटी-रिवर्सल डिवाइस, ड्राइव चेन ब्रोकन डिवाइस, हैंडरेल ब्रोकन डिवाइस, एस्कलेटर ओवर स्पीड डिवाइस, स्टेप सैग / स्टेप ब्रोकन डिवाइस, स्टेप अप-थ्रस्ट डिवाइस, स्टेप मिसिंग डिवाइस, हैंडरेल मॉनिटरिंग डिवाइस आदि।
एस्कलेटर के साइड के पैनल और स्टेप (सीढ़ी) के बीच में साड़ी जैसे ढीले कपड़ों के उलझने की संभावना को कम करने के लिए स्कर्ट गार्ड का प्रयोग। एस्कलेटर पर यात्रा करते समय यात्रियों की उंगलियों की सुरक्षा के लिए एस्कलेटर के हैंडरेल पर फिंगर गार्ड लगा होगा।
एस्कलेटर के असामान्य संचालन पर यात्रियों को एस्कलेटर से गिरने से बचाने के लिए कई स्वचालित सुरक्षा उपकरण होंगे, जिनमें एंटी-रिवर्सल डिवाइस, ड्राइव चेन ब्रोकन डिवाइस, हैंडरेल ब्रोकन डिवाइस, एस्कलेटर ओवर स्पीड डिवाइस, स्टेप सैग / स्टेप ब्रोकन डिवाइस, स्टेप अप-थ्रस्ट डिवाइस, स्टेप मिसिंग डिवाइस, हैंडरेल मॉनिटरिंग डिवाइस आदि।
एस्कलेटर पर मजबूत पकड़ के लिए “V” प्रकार के हैंडरेल होंगे। प्रत्येक एस्कलेटर पर आसानी से बोर्डिंग और डीबोर्डिंग करने के लिए पीली लाइन और पीली लाइट के साथ चार समतल स्टेप होंगे। स्टेशन के अंदर पेड एरिया में लगाए गए एस्कलेटर के साइड में शीशे लगे होंगे, जबकि नॉन पेड एरिया में यह स्टेनलेस स्टील का होगा। एस्कलेटर पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए एस्कलेटर के ऊपर और नीचे अतिरिक्त इमर्जेंसी स्टॉप स्विच होंगे, जिन्हें ज़रूरत पड़ने पर प्रयोग करके एस्कलेटर को रोका जा सकेगा।
भैंसाली मेट्रो स्टेशन लगभग 260 मीटर लंबा
भैंसाली मेट्रो स्टेशन लगभग 260 मीटर लंबा है, लेकिन यात्रियों के प्रयोग के लिए प्लेटफॉर्म की लंबाई 75 मीटर होगी। जबकि स्टेशन के बाकी हिस्से में प्लेटफॉर्म एरिया के दोनों ओर कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म दोनों लेवल्स पर स्टेशन के ऑपरेशंस के लिए आवश्यक तकनीकी रूम्स जिनमें ऑग्जिलियरी सब स्टेशन (एएसएस), स्टेशन कंट्रोल रूम (एससीआर), इलैक्ट्रिकल कंट्रोल रूम (ईसीआर), टेलिकॉम इक्युप्मेंट रूम (टीईआर), सिग्नलिंग इक्युप्मेंट रूम (एसईआर) बनाए जा रहे हैं और इन रूम्स के आगे बचे बाकी हिस्से में ट्रेनों द्वारा पटरियां बदलने के लिए क्रॉस ओवर होंगे। स्टेशन के दोनों ओर समानान्तर टनल हैं। भैंसाली मेट्रो स्टेशन में मेट्रो ट्रैक के साथ ही आरआरटीएस ट्रेनों के लिए भी निर्धारित अप एंड डाउन ट्रैक बनाए जाएंगे। टनल और प्लेटफॉर्म के बीच मेट्रो और आरआरटीएस ट्रेनों के परिचालन हेतु क्रॉस ओवर बनाए जाएंगे। भैंसाली मेट्रो स्टेशन की चौड़ाई लगभग 30 मीटर और गहराई करीब 17 मीटर है।
भैंसाली मेट्रो स्टेशन लगभग 260 मीटर लंबा है, लेकिन यात्रियों के प्रयोग के लिए प्लेटफॉर्म की लंबाई 75 मीटर होगी। जबकि स्टेशन के बाकी हिस्से में प्लेटफॉर्म एरिया के दोनों ओर कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म दोनों लेवल्स पर स्टेशन के ऑपरेशंस के लिए आवश्यक तकनीकी रूम्स जिनमें ऑग्जिलियरी सब स्टेशन (एएसएस), स्टेशन कंट्रोल रूम (एससीआर), इलैक्ट्रिकल कंट्रोल रूम (ईसीआर), टेलिकॉम इक्युप्मेंट रूम (टीईआर), सिग्नलिंग इक्युप्मेंट रूम (एसईआर) बनाए जा रहे हैं और इन रूम्स के आगे बचे बाकी हिस्से में ट्रेनों द्वारा पटरियां बदलने के लिए क्रॉस ओवर होंगे। स्टेशन के दोनों ओर समानान्तर टनल हैं। भैंसाली मेट्रो स्टेशन में मेट्रो ट्रैक के साथ ही आरआरटीएस ट्रेनों के लिए भी निर्धारित अप एंड डाउन ट्रैक बनाए जाएंगे। टनल और प्लेटफॉर्म के बीच मेट्रो और आरआरटीएस ट्रेनों के परिचालन हेतु क्रॉस ओवर बनाए जाएंगे। भैंसाली मेट्रो स्टेशन की चौड़ाई लगभग 30 मीटर और गहराई करीब 17 मीटर है।
स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल पर यात्रियों के लिए सुरक्षा जांच किओस्क और टिकट काउंटर के अलावा एएफसी (ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन) गेट लगाए जाएंगे। एएफसी गेट स्टेशन के प्रवेश एरिया में लगे होंगे और यात्री अपना यात्रा कार्ड या टिकट एएफसी गेट पर स्कैन करके स्टेशन में प्रवेश कर सकेंगे। इसके साथ ही यहां अन्य यात्री केंद्रित सुविधाएं जैसे आधुनिक सूचना डिस्प्ले बोर्ड (ऑडियो-वीडियो सहित), स्टेशन के आसपास के प्रमुख स्थान दर्शाने वाले सिस्टम मैप, सीसीटीवी कैमरे, अग्निशामक प्रणाली और वॉशरूम आदि जैसी सुविधाएं भी होंगी।
इस स्टेशन में कॉनकोर्स लेवल से प्लेटफॉर्म लेवल तक जाने के लिए 2 (अप-डाउन) एस्कलेटर, ग्राउंड से कॉनकोर्स लेवल पर जाने के लिए 4 एस्कलेटर्स (2 एस्कलेटर्स यूपीएसआरटीसी बस अड्डा प्रवेश-निकास द्वार और 2 एस्कलेटर्स तहसील की ओर वाले प्रवेश-निकास द्वार से सीधे कॉनकोर्स लेवल पर कनेक्ट होंगे), इसके अलावा 2 एस्कलेटर्स शहीद स्मारक की ओर बनाए जा रहे प्रवेश-निकास द्वार पर लगाये जाएंगे, यह द्वार भूमिगत पैदल-पार पथ (subway) के जरिए स्टेशन से कनेक्ट होगा। स्टेशन में कुल 8 एस्कलेटर्स लगाए जाएंगे, जिनमें से 2 इंस्टाल किए जा चुके हैं।
यात्रियों की सुविधा के लिए एनसीआरटीसी द्वारा भैंसाली स्टेशन पर तीन प्रवेश और निकास द्वार बनाए हैं। इस स्टेशन का पहला प्रवेश-निकास द्वार भैंसाली स्टेशन के सामने सड़क के दूसरी ओर रेलवे रोड के नजदीक शहीद स्मारक के पास स्थित टैक्सी स्टैंड की तरफ बनाया जा रहा है। इस प्रवेश-निकास द्वार के लिए स्टेशन से सड़क के दूसरी ओर जाने के लिए भूमिगत पैदल पार पथ भी बनाया जाएगा और आम लोग सड़क पार करने के लिए इसका निः शुल्क प्रयोग कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें