यह भी पढ़ेंः मेरठ में दिनदहाड़े दंपति को गोली से उड़ाया, लोगों ने सड़क पर शव रखकर लगाया जाम, वाहनों पर पथराव के बाद आगजनी का प्रयास दोनों भाइयों पर चलार्इ ताबड़तोड़ गोलियां नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाके में जिले में हाई अलर्ट के बावजूद भी बाइक सवार हमलावरों ने दो सगे भाइयों पर गोलियां बरसा दीं। हमले में एक युवक की मौत हो गई, जबकि उसका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी के अनुसार खरखौदा थाना क्षेत्र के लोहिया नगर बुद्धा गार्डन का निवासी दानिश मंगलवार की शाम अपने भाई सुहेब के साथ स्कूटी से घर जा रहा था। इसी दौरान शास्त्रीनगर सेक्टर दस में दो बाइकों पर सवार तीन-चार हमलावरों ने दोनों भाइयों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। सरेशाम गोलियां चलते ही सड़क पर भगदड़ मच गई।
यह भी पढ़ेंः Honour Killing: प्रेम विवाह से नाराज भतीजे ने बुआ को सरेआम गोलियों से भूना, एक दिन पहले ही हुर्इ थी बेटी प्रॅापर्टी का विवाद था रिश्तेदारी में गोलियां चलने से लोग अपने घरों में दुबक गए और सड़क पर सन्नाटा पसर गया। भाइयों पर गोलियां दागकर हमलावर मौके से फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों घायलों को लेकर एक निजी हाॅस्पिटल पहुंचाया। जहां पर चिकित्सकों ने एक भाई दानिश को मृत घोषित कर दिया। वहीं दूसरा भाई सुहेब जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। उधर, जानकारी के बाद पहुंचे युवकों के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। परिजनों ने बताया कि दोनों भाई प्राॅपर्टी का काम करते थे। पहले उनका परिवार शास्त्रीनगर सेक्टर दस में ही रहता था। कारोबार के चलते कुछ समय पूर्व पूरा परिवार बुद्धा गार्डन में रहने लगा था। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक दानिश और सुहेब का प्रापर्टी को लेकर अपने कुछ रिश्तेदारों से विवाद चल रहा था। परिजनों ने घटना के पीछे शाहनवाज और मुजीब नाम के दो युवकों का हाथ बताया है। वहीं, यह भी पता चला है कि मंगलवार की दोपहर दोनों भाइयों का चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में कुछ युवकों से विवाद हुआ था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
यह भी पढ़ेंः कांवड़ यात्रा 2018: नशेड़ी युवकों ने कलाकारों को समझा महिला और कर दी यह हरकत घटनास्थल से चंद कदम की दूरी पुलिस अमला बदमाशों का दुस्साहस देखिए। जिस जगह वारदात को अंजाम दिया गया वहां से चंद कदम की दूरी पर पुलिस का पूरा अमला मौजूद था। हापुड रोड से कांवड़ यात्रा निकल रही थी और पूरी पुलिस कांवड़ यात्रा की व्यवस्था में जुटी थी। इसी का हमलावरों ने फायदा उठाया। जिससे गोली की आवाज हापुड रोड पर नहीं पहुंच सकी। क्योकि डीजे की आवाज में गोली की आवाज दबकर रह गई थी।