यह भी पढ़ेंः लेडी सिंघम के यहां बीते 296 दिन इन्हें बहुत याद आएंगे यह भी पढ़ेंः मंजिल सैनी बाल्य देखभाल अवकाश पर, जानिए यूपी के 36 आर्इपीएस अफसरों की नर्इ तैनाती दुल्हन महविश की गोली मारकर हत्या की थी ज्ञात हो कि 27 अप्रैल को गाजियाबाद के नाहर मसूरी गांव से निकाह करके लौट रहे दूल्हा शाहजेब और दुल्हन महविश की कार बदमाशों ने दौराला क्षेत्र में मटौर गांव के सामने रोक ली थी। दूल्हा-दुल्हन सहित अन्य कार सवारों से लूटपाट करने के बाद बदमाशों ने दुल्हन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद वे कार लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस को लूटी गई स्विफ्ट डिजायर परतापुर क्षेत्र में भूड़बराल गांव में खड़ी मिली है। केस की जांच कर रहे एएसपी क्राइम सतपाल अंतिल ने बताया कि बदमाशों के कार छोड़कर जाने की वजह प्रथम दृष्टया जीपीएस सिस्टम लगा होने का डर है।
यह भी पढ़ेंः शब-ए-बारात पर अगर इस रूट से चलेंगे, तभी पहुंच पाएंगे अपनी मंजिल तक यह भी पढ़ेंः UP Board Result 2018: सरकारी विद्यालयों की पढ़ार्इ पर उंगली उठाने वाले जरा ठहर जाएं, पहले इस विद्यालय का रिजल्ट देख लें पुलिस के हत्थे चढ़े हत्यारोपी सूत्रों की मानें तो हत्यारोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने बदमाशों को उठाया है। जिससे उन लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह भी जानकारी कर रही है कि कहीं हत्या का इरादा कोई और वजह रही हो और घटना को लूट दर्शाया गया हो। पुलिस इस ओर भी जांच कर रही हैं कि हत्यारोपी किसी बड़े गैंग से तो ताल्लुक नहीं रखते। सूत्रों की मानें तो पूछताछ में हत्यारोपियों ने स्वीकार किया है कि वे हाइवे पर ही लूट की वारदातों को अंजाम दिया करते हैं। उन्होंने हाइवे पर अन्य लूट की घटनाओं में भी अपना हाथ स्वीकार किया है।