मेरठ

कोरोना वार्ड के मरीज का ऑडियो वायरल होने के बाद डीएम ने बिठाई जांच, दवाई नहीं मिलने समेत लगाए कई आरोप

Highlights

मेरठ के मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में भर्ती है मरीज
फोन पर बातकर अपने परिजनों को बताई मरीज ने परेशानी
सीएमओ 24 घंटे में जांच करके देंगे कोरोना वार्ड की रिपोर्ट

 
 
 

मेरठMay 09, 2020 / 04:25 pm

sanjay sharma

मेरठ। ‘मैं यहां पर बहुत परेशान हूं। वार्ड के भीतर डाक्टर नहीं आ रहे। यहां पर मरीजों को दवाइयां नहीं दी जा रही है। बेड पर चादर नहीं बदली जा रही। सुबह का नाश्ता 11 बजे दिया जा रहा है। दवाइयां दो-दो दिन में दी जा रही है। यह व्यथा उस कोरोना मरीज की है जो कि मेरठ के मेडिकल कालेज के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती है। मरीज ने अपने परिजनों से कोविड वार्ड में फैली अव्यवस्था और चिकित्सकों द्वारा इलाज में बरती जा रही लापरवाही उजागर की।
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मेडिकल में भर्ती कोरोना पीडि़त विजय खरबंदा व शास्त्रीनगर के व्यापारी विनोद अरोरा के बीच बातचीत की वायरल हो रही ऑडियो में पीडि़त विजय खरबंदा ने बताया कि वार्ड में कैसे कोरोना पीडि़तों का इलाज हो रहा है। ऑडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। डीएम अनिल ढींगरा ने पूरे मामले की जांच के आदेश सीएमओ डा. राजकुमार को दिए हैं।
बता दें कि पहले भी मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में अव्यवस्था और चिकित्सकों की लापरवाही की बात सामने आई थी, लेकिन उस समय पूरे मामले में लीपापोती कर दी गई थी। मरीजों का आरोप था कि कई-कई दिनों में भी यहां एक भी बेड में चादर नहीं हैं। मरीज रैग्जिन के कवर वाले गद्दे में सोने को मजबूर हैं। वहीं सफाई व्यवस्था का भी यहां बुरा हाल है। इसको लेकर मरीज व परिजनों में आक्रोश है।
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यहां के जिम्मेदार चिकित्सकों को मरीजों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है। प्रसाधन कक्ष की गंदगी के अलावा मेडिकल कालेज के इस परिसर में यहां-वहां कबाड़ रख दिया गया है। मेडिकल कचरे के निपटने की भी व्यवस्था सही नहीं है। इस तरह इस अस्पताल में मरीजों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। स्वास्थ्य विभाग ने चादर की धुलाई के लिए कलर कोट भी निर्धारित किया गया है। मगर यहां स्थिति यह है कि एक भी बेड में बेड सीट नहीं है। जिस बेड में चादर है।
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इस बारे में जब सीएमओ डा. राजकुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि डीएम के यहां से जांच के लिए कहा गया है। पूरी रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर ही देनी है। वहीं मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि कोरोना के मरीजों का इलाज पूरी इमानदारी के साथ करने में चिकित्सक लगे हुए हैं। कहीं ऐसा नहीं है। हो सकता है किसी एक दो मरीजों को कुछ परेशानी हो तो वे इसको दिखवाएंगे। वहीं डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि एक ऑडियो वायरल हुआ है। जिसकी सत्यता जांचने के लिए सीएमओ को कहा गया है।

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