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लॉकडाउन में किसान की गोली मारकर हत्या, इस हालत में जंगल में पड़ा मिला शव मेडिकल में भर्ती कोरोना पीडि़त विजय खरबंदा व शास्त्रीनगर के व्यापारी विनोद अरोरा के बीच बातचीत की वायरल हो रही ऑडियो में पीडि़त विजय खरबंदा ने बताया कि वार्ड में कैसे कोरोना पीडि़तों का इलाज हो रहा है। ऑडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। डीएम अनिल ढींगरा ने पूरे मामले की जांच के आदेश सीएमओ डा. राजकुमार को दिए हैं।
बता दें कि पहले भी मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में अव्यवस्था और चिकित्सकों की लापरवाही की बात सामने आई थी, लेकिन उस समय पूरे मामले में लीपापोती कर दी गई थी। मरीजों का आरोप था कि कई-कई दिनों में भी यहां एक भी बेड में चादर नहीं हैं। मरीज रैग्जिन के कवर वाले गद्दे में सोने को मजबूर हैं। वहीं सफाई व्यवस्था का भी यहां बुरा हाल है। इसको लेकर मरीज व परिजनों में आक्रोश है।
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Meerut: कोरोना संक्रमण से मृत्यु के बाद भाजपा नेता का दिल्ली में ही हुआ अंतिम संस्कार, अब मरीज 200 के पार यहां के जिम्मेदार चिकित्सकों को मरीजों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है। प्रसाधन कक्ष की गंदगी के अलावा मेडिकल कालेज के इस परिसर में यहां-वहां कबाड़ रख दिया गया है। मेडिकल कचरे के निपटने की भी व्यवस्था सही नहीं है। इस तरह इस अस्पताल में मरीजों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। स्वास्थ्य विभाग ने चादर की धुलाई के लिए कलर कोट भी निर्धारित किया गया है। मगर यहां स्थिति यह है कि एक भी बेड में बेड सीट नहीं है। जिस बेड में चादर है।
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Kranti 1857: 85 भारतीय सैनिकों का किया कोर्ट मार्शल तो 10 मई को ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ शुरू हुआ विद्रोह इस बारे में जब सीएमओ डा. राजकुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि डीएम के यहां से जांच के लिए कहा गया है। पूरी रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर ही देनी है। वहीं मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि कोरोना के मरीजों का इलाज पूरी इमानदारी के साथ करने में चिकित्सक लगे हुए हैं। कहीं ऐसा नहीं है। हो सकता है किसी एक दो मरीजों को कुछ परेशानी हो तो वे इसको दिखवाएंगे। वहीं डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि एक ऑडियो वायरल हुआ है। जिसकी सत्यता जांचने के लिए सीएमओ को कहा गया है।