यह भी पढ़ेंः Diwali 2018: दीवाली से इस समय घर पर झाड़ू लगाने का बना लें नियम, फिर देखिए किस तरह होती है धन वर्षा इन चीजों की करें खरीदारी पंडित विभोर इंदुसुत के अनुसार इसीलिए धनतेरस के दिन नए बर्तन, सोना, चांदी और आभूषणों को खरीदना बहुत शुभ और समृद्धि देने वाला माना गया है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार धनतेरस पर की गर्इ खरीदारी से घर की समृद्धि में तेरह गुना वृद्धि होती है, इसलिए धनतेरस पर नवीन वस्तुओं को घर में लाना बहुत ही शुभ और समृद्धि देने वाला माना गया है।
परमसिद्ध मुहूर्त भी है इस बार ज्योतिषाचार्य के अनुसार धनतेरस का दिन एक परमसिद्ध मुहूर्त भी होता है अतः इस दिन नये कार्यों का आरंभ (ऑफिस ओपनिंग, नींवपूजन, गृहप्रवेश, नए घर की बुकिंग, बिजनेस डील आदि) और नए वाहन की खरीदारी भी बहुत शुभ मानी गयी है।
यह भी पढ़ेंः Diwali 2018: मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दीपावली पर घर में जरूर बनाएं रंगोली, इन बातों का भी रखें ख्याल मुख्यद्वार पर रखें दीपक धनतेरस का दूसरा महत्व यम दीपदान को लेकर है इस दिन संध्या के समय प्रदोषकाल में मुख्यद्वार पर यमराज के निमित्त दीप प्रज्वलित किया जाता है और स्वस्थ व दीर्घायु की कामना की जाती है धनतेरस के दिन संध्याकाल में यम-देव के निमित्त दक्षिण दिशा की और दीप प्रज्वलित करने से परिवार में अकाल मृत्यु और दुर्घटनाओं से रक्षा होती है तथा दीर्घायु प्राप्त होती है।
धनतेरस पर खरीददारी के शुभ मुहूर्त पंडित विभोर इंदुसूत के अनुसार वैसे तो धन तेरस का पूरा दिन शुभ होता है, लेकिन इस दिन खास तौर पर स्थिर लग्न और शुभ चौघड़िया मुहूर्तों में खरीदारी करना बहुत शुभ होता है। इस बार पांच नवम्बर धनतेरस के दिन सुबह 9 बजे से 10.46 बजे के बीच खरीदारी के लिए बहुत शुभ समय होगा। इसमें स्थिर लग्न और शुभ चघड़िया मुहूर्त होगा। इसके बाद दोपहर 1.13 से शाम 5.25 के बीच भी स्थिर लग्न और चार लाभ अमृत के शुभ मुहूर्त होने से ये समय भी खरीदारी के लिए बहुत शुभ होगा, इसके बाद शाम को 6 बजे से 7.58 के बीच के बीच का समय भी स्थिर लग्न होने से खरीदारी के लिए शुभ होगा।
खरीदारी के शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजे से 10.46 बजे दोपहर 1.13 से शाम 5.25 बजे शाम 6 बजे से 7.58 बजे धनतेरस पूजा का शुभ समय पंडित विभोर इंदुसूत के अनुसार पांच नवम्बर धन तेहरस को शाम 6 बजे से 7.58 बजे के बीच स्थिर लग्न (वृष) रहेगी। इस समय में की गयी पूजा का फल अचल और हमेशा स्थिर रहने वाला होता है, इसलिए धनतेरस को शाम 6 से 7.58 के बीच धनतेहरस पूजा करें।
इस विधि से करें पूजा अपने पूजास्थल में चावल या गेहूं की एक छोटी ढेरी बनाकर उस पर देसी घी का एक दिया जलाकर रखें फिर माता लक्ष्मी का ध्यान करते हुए तीन बार श्रीसूक्त का पाठ करें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा होगी और आपके जीवन में समृद्धि बढ़ेगी।