यह भी पढ़ेंः एसपी सिटी ने सादी वार्दी में सट्टे में पैसा लगाकर बुला ली फोर्स, सट्टेबाजों ने होटल के पीछे फेंकने शुरू किए नोट, आैर फिर… दिल्ली की स्पेशल सेल को मेरठ में छापा दिल्ली की स्पेशल सेल ने मंगलवार की रात गुप्त सूचना के आधार पर मेरठ जिले के लिसाड़ी गेट में छापा मारा। यहां पर मौत का सामान बन रहा था। कारीगर पिस्टल बनाने में जुटे थे। मौत की इस फैक्ट्री में मुंगेर नाम से अवैध हथियार बनाए जा रहे थे। पुलिस ने यहां से तीन लोगों को पकड़ा है। पुलिस को भारी संख्या में पिस्टल और उसको बनाने में प्रयुक्त होने वाले औजार भी मिले हैं। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई की मेरठ पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
यह भी पढ़ेंः फलों की पेटियों के बीच से गिरफ्त में ‘रोमियाे’, पकड़ने गर्इ पुलिस भी इन्हें देख रह गर्इ दंग भारी मात्रा में मिले हथियार सीओ कोतवाली दिनेश शुक्ला के मुताबिक दिल्ली की स्पेशल सेल के डीसीपी कुलदीप कुमार के नेतृत्व में लिसाड़ी गेट के लखीपुरा गली नंबर-2 में छापा मारा गया था। यहां से फुरकान पुत्र सुलेमान के घर से भारी मात्रा में अवैध हथियार, अधबने, पुर्जे और औजार मिले। मुंगेर बिहार के तीन युवक हिरासत में लिए गए थे। बोरी और कट्टे में भरकर दिल्ली पुलिस हथियारों को ले जा रही थी।
आैवेसी समेत तीन हिरासत में पुलिस ने बताया कि आरोपियों से काफी सामान बरामद हुआ। इनमें 20 पिस्टल अधबनी, 15 तमंचे और 32 अधबने तमंचे मिले है। मौत का सामान बनाने की फैक्ट्री से औवेसी हसन, मिंटू और सिद्ध निवासी मुंगेर बिहार पकड़े गए। तीनों आरोपी काफी समय से मुंगेर की पिस्टल, तमंचे बना रहे थे। इनमें औवेसी पिस्टल बनाने का मंझा हुआ कारीगर है। वह एक दिन में बीस से अधिक पिस्टल बना देता है। उसने पूछताछ में बताया कि पिस्टल बनाने की ट्रेनिंग उसने बिहार के मुंगेर जिले में ली है। वहां पर पिस्टल बनाने के कई कारखाने हैं। उसने बताया कि उसके हाथ की बनी पिस्टल का फायर कभी मिस नहीं होता।एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि दिल्ली स्पेशल सेल की सटीक मुखबिरी पर कार्रवाई हुई है। सप्लाई करने वाले गिरोह का एक सदस्य पहले पकड़ा था।
पश्चिम उप्र समेत बाकी राज्यों में डिलीवरी पकड़े गए लोगाें ने बताया कि इस पिस्टल फैक्ट्री से मेरठ और पश्चिम उप्र के प्रमुख शहराें समेत देश के अन्य राज्यों में भी डिलीवरी हो रही है। पिस्टल को ले जाने वाले बोरे में छिपाकर भरकर ले जाते हैं। अभी तक बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, मप्र, राजस्थान आदि राज्यों मेें हजारों पिस्टल सप्लाई हो चुकी है।