यह भी पढ़ेंः कुख्यात तमंचे के बल पर पुत्रवधू को ले गया अपने साथ…आैर दो दिन तक…! इसके लिए चल रही तैयारी इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, आशा, एएनएम के सहयोग से विशेष योजना तैयार की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि जिला अस्पताल प्यारेलाल शर्मा अस्पताल के डफरिन वार्ड में कितनी गर्भवती महिलाओं का इलाज चल रहा है और कितनी की संभावित डिलीवरी तिथि नवरात्र के समय पर है। नवरात्र आगामी 18 मार्च से शुरू हो रहे है। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि नवरात्र के दौरान सरकारी अस्पताल में जन्म लेने वाली प्रत्येक नवजात बच्ची का जन्मोत्सव अस्पताल स्टाफ द्वारा मनाया जाएगा। प्रसूता को पुरस्कृत करने के साथ अस्पताल में नवजात बेटी के पैदा होने की खुशी में मिठाई बांटी जाएगी। इसके अलावा परिजनों को बेटी के जन्म के लिए विशेष तौर से बधाई दी जाएगी।
यह भी पढ़ेंः बिजली के बड़े कनेक्शनों की रीडिंग में हो रहा था बड़ा घालमेल, जिम्मेदार अफसरों पर हुर्इ यह कार्रवार्इ जिले में शुरू किया जाएगा अभियान सुरक्षित प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल तक लाने और बेटी को जन्म देने के लिए उत्साहित करने के लिए मेरठ में जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में इसकी जिम्मेदारी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दी गई है। गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण के साथ ही उनके स्वास्थ्य की जांच भी तुरंत कराई जा रही है। सीएमओ ने सभी सीएचसी,पीएचसी को आदेश दिए हैं कि वे रजिस्टर्ड गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा से पूर्व ही अस्पताल पहुंचाने के प्रबंध तत्काल करें।
अनुपात में सुधार के प्रयास एक माह पूर्व देश में लिंगानुपात खराब वाले सौ जिलों की सूची जारी की गई। जिसमें सर्वाधिक जिले उप्र के थे। सबसे अधिक चिंताजनक स्थिति मेरठ मंडल के जनपदों की थी।