यह भी पढ़ेंः VIDEO: व्यापारी से चार लाख का कैश लेकर लौट रहे सराफ से 10 मीटर की दूरी पर लूट 1981 से अब तक ट्रेंड देखने में आता रहा है कि सर्दियों में बारिश सामान्य ही होती आयी है। लेकिन 2019-2020 सीजन के तीन महीनों में सर्दियों में 10 गुना ज्यादा बारिश हुई है। नवंबर में 35.7, दिसंबर में 26.8 और जनवरी में अभी तक 32.7 डिग्री सेल्सियस बारिश हुई है। यह बारिश सामान्य सीजन के मुकाबले 10 गुना ज्यादा है। साथ ही 119 वर्षों में 14 से 29 दिसंबर तक सबसे ज्यादा ठंड का अंतराल भी दिल्ली के साथ-साथ मेरठ में बना। अभी तो जनवरी में 12 दिन बाकी हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार जम्मू कश्मीर क्षेत्र में लगातार बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश और ठंड की यह स्थिति रही है। मौसम वैज्ञानिक डा. एन. सुभाष का कहना है कि शनिवार से सुबह के समय कोहरा रहेगा। हालांकि दिन में मौसम साफ रहेगा, लेकिन अभी ठंड के कम होने के आसार नहीं हैं।
यह भी पढ़ेंः ब्रिटेन के नागिरकों ने अपने पूर्वजों को किया नमन, 1857 की क्रांति के इतिहास को जाना, देखें वीडियो बारिश से फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। बारिश् और ओलावृष्टि से आलू और सरसों को नुकसान पहुंच रहा है। कृषि वैज्ञानिक डा. एम. शमीम का कहना है कि बारिश व ओलावृष्टि आलू व सरसों की खेती को नुकसान पहुंचा रही है। मटर, टमाटर व अन्य सब्जियों के लिए भी बारिश ठीक नहीं है। गेहूं को जरूर इससे फायदा होगा। उन्होंने 19 को भी मेरठ समेत आसपास के अन्य जनपदों में बारिश की संभावना जताई है।