यह भी पढ़ेंः होली पर बाइक टकराने के विवाद के बाद पथराव के साथ हुई फायरिंग, तीन घायल, वीडियो हो रहा वायरल कोरोना वायरस के बाद से चीन से दवाइयों को बनाने वाला सॉल्ट आना बंद होने की वजह से देशी सॉल्ट प्रयोग में लाए जा रहे हैं। जो महंगे हैं, जिससे दवाओं की कीमत बढऩे के आसार भी नजर आने लग गए हैं। लोगों का कहना है कि बाजार में मास्क की कीमत पांच गुने से ज्यादा हो गई है, लेकिन इस रेट पर भी मास्क नहीं मिल रहा है। कोरोना वायरस एक्टिवेट होने के बाद से अब तक मास्क की कीमतों में करीब 4 गुने से ज्यादा इजाफा हुआ है। हालत यह हो गई है कि अब मैन्युफैक्चरर ने ही थोक व्यापारियों को माल के लिए मना कर दिया है।
यह भी पढ़ेंः ज्योतिरादित्य सिंधिया पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने कहा- मौकापरस्त लोगों को अब पार्टी में जगह नहीं मिलनी चाहिए ड्रग एंड कैमिस्ट एसोसिएशन के रजनीश कौशल ने बताया कि माइक्रो बैक्टिरियल सिक्योरिटी वाले एन-95 मास्क तो बाजार से गायब ही हो गए हैं। लोगों को ऑनलाइन का सहारा लेना पड़ रहा है, जहां इनकी कीमत मार्केट में मिलने वाले एन-95 मास्क से कई गुना ज्यादा है। दवाओं पर अभी फिलहाल ज्यादा असर नहीं है। चीन से जो सॉल्ट आता था, वह काफी सस्ती होता था। इस वक्त वहां से सॉल्ट आना बंद है, इसलिए लोकल सॉल्ट इस्तेमाल किया जा रहा है। यह थोड़ा महंगे हैं, जिससे दवाओं की कमी होने लग गई है। फिलहाल एक-दो महीना कोई प्रॉब्लम नहीं है। दवा विक्रेताओं से भी अपील की गई है कि वह स्टॉक न करें और लोगों को दवाएं उपलब्ध कराएं।