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कोरोना से बिगड़ रहे हालात, मंदिरों व धर्मस्थलों में फिर लौटने लगे प्रतिबंध शासन से आदेश है कि जिला प्रशासन ऐसी व्यवस्था बनाए, जिससे शादी-विवाह या अन्य कोई भी सार्वजनिक आयोजन रात्रि 9 बजे तक सम्पन्न कर लिए जाएं। इसके लिए लोगों को जागरूक कर निर्धारित मानकों के अनुपालन के लिए प्रेरित किया जाए। मेरठ में भी शादी समारेाह कार्यक्रम अब 9 बजे तक समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि शादी विवाह में शामिल होने वालों की संख्या पहले ही निर्धारित की जा चुकी है।
कोरोना वायरस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कोविड प्रोटोकाल का हर हाल में अनुपालन कराने के निर्देश दिए हैं।
लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई शादी समारोह में आने वाले लोगों को भी कोरोना से बचने की विशेष सलाह दी गई है। शादी समारोह में सोशल डिस्टेंस के साथ ही
मास्क और सैनिटाइजर की विशेष व्यवस्था करनी होगी। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश है कि कोरोना से बचाव के कार्यक्रमों में किसी भी स्तर पर लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी। बचाव के लिए प्रेरित करने के साथ ही सद्भावनापूर्वक प्रवर्तन की कार्रवाई की जाए। निर्धारित से अधिक दर पर जांच करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें।
99 से 90 प्रतिशत पर पहुंचा रिकवरी रेट संक्रमण इतनी तेज गति बढ़ रहा है कि इसकी रिकवरी रेट जो डेढ़ पूर्व 99 प्रतिशत के करीब पहुंच चुकी थी वह घटकर 90 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यही स्थिति कुल सक्रिय केसों की है। मात्र एक माह के भीतर मेरठ में कुल सक्रिय केसों की संख्या 50 गुना अधिक बढ़ गई है। महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक आदि राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति ज्यादा भयावह है। ऐसे में इन राज्यों से आने वालों की
मेरठ रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर कोविड टेस्टिंग कराई जा रही है।