यह भी पढ़ेंः
Lunar Eclipse 2019: 21 जनवरी को पड़ रहा पूर्ण चंद्र ग्रहण, 14 फीसदी बड़ा दिखेगा ‘ब्लड मून’, जानिए आैर क्या खास होगा पंडित जय नारायण शर्मा ने कहा कि अभी हाल ही में पांच सूबों में चुनाव हुए, जिनमें तीन सूबों में कांग्रेस आई। वहां पर सपा को कोई जानता ही नहीं और बसपा आंशिक रूप से चुनाव लड़ी। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां चाहती थी कि वे राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में चुनाव जीतकर उप्र में कांग्रेस से मोलभाव करें। मगर ये हो न सका। उन्होंने कहा कि तीनों राज्यों में बसपा और सपा की क्या हालत हुई यह किसी से छिपी नहीं है।
यह भी पढ़ेंः
गठबंधन से वेस्ट यूपी में बसपा की सबसे मजबूत सीट है यहां की, पार्टी ने तो उम्मीदवार का नाम भी कर लिया है पक्का उन्होंने कहा कि दोनों दल अपने वजूद को बचाने के लिए ही गठबंधन की राह पर चल पड़े हैं। उन्होंने कहा कि इस दोनों दलों का देश और देश की एकता-संप्रभुता से कोई मतलब नहीं है। ये अपने दलों को जिंदा रखना चाहता है। इसलिए गठबंधन की राह पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनको आने वाले समय में कांग्रेस से अधिक खतरा महसूस हो रहा है। यूपी के अलावा इन दलों को और किसी राज्य में कोई जानता भी नहीं है। इसलिए इनके गठबंधन से घबराने की कोई बात नहीं है।