यह भी पढ़ेंः मायावती के भाई के नाम से सोशल मीडिया पर बना डाला फर्जी पेज और की गई ये डिमांड कमिश्नर ने ऐप लांच करने के बाद पत्रकारों से कहा कि एमडीए में हमेशा भ्रष्टाचार की शिकायतें आती थी। खासकर अवैध निर्माण को लेकर। उन्होंने बताया कि खुद उनके पास भी सैकड़ों शिकायतें आ चुकी हैं। इसके समाधान के लिए एमडीए वीसी के साथ बैठकर बात की गई और इसका समाधान निकालने की कोशिश की गई। उन्होंने बताया कि हम ऐसा समाधान निकालना चाहते थे, जिससे सभी लोगों को लाभ मिले और एमडीए से भ्रष्टाचार भी समाप्त हो सके। इसके लिए ये ऐप लांच किया गया। इस ऐप के जरिए अब एमडीए से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध हो सकेंगी।
यह भी पढ़ेंः यूपी के 17 जिलों का अलग प्रदेश बनाने की मांग, 18 सांसदों को भेजी पीले चावल की पाती, देखें वीडियो कमिश्नर अनिता सी मेश्राम ने कहा कि ऐप को मोबाइल पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसके बाद कोई भी व्यक्ति अगर शिकायत करना चाहे तो इस ऐप के माध्यम से कर सकता है। उसकी समस्या का समाधान कितने दिन में होगा यह भी ऐप के माध्यम से उसको बता दिया जाएगा। वहीं उसे अपनी शिकायत के स्टेटस के बारे में भी पता चलता रहेगा। कमिश्नर ने बताया कि इतना ही नहीं आवंटियों को भी अपने भुगतान की पूरी जानकारी इस ऐप के माध्यम से हो सकेगी। वह इस ऐप पर अपने प्लाट और मकान का स्टेटस भी जान सकेंगे। यहां पर काफी मिस मैनेजमेंट था। लोगों को दो-तीन एरिया को लेकर हमेशा शिकायतें रहती थी। अब सभी चीजों की आनलाइन मानिटरिंग होगी। आवंटी अपने भुगतान का लेजर निकाल सकता है।