यह भी पढ़ेंः बसपा प्रदेशाध्यक्ष मुनकाद अली के भाई पर पुलिस ने कसा शिकंजा, घर से है फरार, महिलाओं से पूछताछ आयुक्त सभागार में हुई बैठक में मंडल स्तरीय बैठक में कमिश्नर अनिता सी. मेश्राम ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण प्राधिकरण के निर्देश थे कि दिवाली पर ग्रीन पटाखे ही बेचे और चलाए जाएं। तय समय सीमा के बाद पटाखे चलाने वालों पर मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और मुजफ्फरनगर में क्या कार्रवाई की गई, इसकी आख्या दी जाए। कमिश्नर ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों को निर्देश दिए कि उद्योगों पर निगरानी के लिए टीम बनाकर दिन-रात निरीक्षण कराएं। प्रतिबंधित ईंधन का उपयोग नहीं किया जाए। उन्होंने संभागीय परिवाहन विभाग के अफसरों को 10 वर्ष पुराने डीजल व 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों को सीज करने के भी निर्देश दिए।
यह भी पढ़ेंः अयोध्या पर फैसला आने से पहले प्रदेश में लागू होगा मेरठ मॉडल, जानिए क्यों, देखें वीडियो बैठक में जिलाधिकारी मेरठ अनिल ढींगरा, अपर आयुक्त उदयी राम, एमडीए उपाध्यक्ष राजेश पांडेय, जिला वन अधिकारी अदिति शर्मा, नगर आयुक्त मेरठ अरविंद चौरसिया, एडीएमई गौतम बुद्ध नगर दिवाकर सिंह समेत अनेक विभागों के अफसर मौजूद थे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आरके त्यागी ने बताया कि वायु प्रदूषण नापने के लिए मेरठ में तीन स्टेशन, गाजियाबाद में चार, नोएडा में चार, ग्रेटर नोएडा में दो और हापुड़, बुलंदशहर व बागपत में एक-एक स्टेशन बनाया गया है।