यह भी पढ़ेंः ठंड के कारण बच्चों ने डीएम को मिला दिया फोन और पूछा- अंकल, स्कूलों की छुट्टी है क्या मौसम विभाग के अनुसार बीती बुधवार को हवाओं की रफ्तार 20-25 किमी प्रति घंटे दर्ज की गई। यही वजह है कि बारिश केवल बौछारों तक सिमट कर रह गई। आगामी एक सप्ताह बाद न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी का दौर फिर शुरू होगा। बता दें कि मंगलवार को न्यूनतम तापमान9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जिसमें 3 डिग्री सेल्सियस की कमी हुई। मेरठ का बुधवार को एक्यूआई 313 दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आज गुरुवार को धूप निकलने के कोई आसार नहीं नजर आ रहे हैं। बर्फीली हवाओं की वजह से ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
यह भी पढ़ेंः पवन जल्लाद ने कहा- Nirbhaya के दरिंदों को फांसी देने पर मुझे मिलेगी बहुत शांति कृषि वैज्ञानिक डा. एम शमीम का कहना है कि यह बारिश किसानों के लिए किसी सोने से कम नहीं है। इस समय किसानों ने गेंहू और आलू की बुवाई की है। ऐसी स्थिति में हो रही बारिश दोनों ही फसलों के लिए आसमान से बरसते अमृत के समान है।