यह भी पढ़ेंः श्रमिकों को घर जाने के लिए झेलनी पड़ रही मुश्किलें, सोशल डिस्टेंसिंग की भी उड़ रही धज्जियां मेडिकल कालेज के कोविड-19 वार्ड की अव्यवस्थाओं की गूंज लखनऊ और दिल्ली तक होने के बाद टीम पल-पल नजर रख रही है। यहां पर मिल रहे खाने और साफ-सफाई की व्यवस्था का जायजा अब हर घंटे लिया जा रहा है। टीम योगी की जांच टीम ने पिछले दो दिन में सुबह से शाम तक मैराथन बैठकें की। मेडिकल कालेज प्रशासन को सख्त हिदायत दी गई हैं। इसके बाद जांच टीम मेडिकल का जायजा लेने पहुंच गई। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड का निरीक्षण किया। डाक्टरों के साथ बैठक की। प्राचार्य, अधिकारियों को साफ कहा कि नहीं सुधरे तो कार्रवाई तय है। टीम ने निर्देश दिए कि चिकित्सक रोजाना वार्ड में जाकर मरीजों का हाल जानेंगे और पूछेंगे कि उन्हें कोई परेशानी तो नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मेडिकल की व्यवस्था को लेकर सख्त हैं।
यह भी पढ़ेंः कोरोना से मौत के बाद श्मशान में शव लेकर खड़ी रही एंबुलेंस, 20 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार, फिर चप्पा-चप्पा सैनिटाइज मेडिकल की अव्यवस्था को लेकर वायरल वीडियो को लेकर सीएमओ, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी की जांच रिपोर्ट को डीएम ने शासन को भेज दिया है। माना जा रहा है शासन स्तर से जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई हो सकती है। प्रमुख सचिव के साथ जिले के प्रशासनिक-पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का पूरा अमला मेडिकल कॉलेज में रहा। अधिकारियों ने संदिध कोरोना और कोविड-19 मरीजों के वार्ड का निरीक्षण किया। मेडिकल अधिकारियों को प्रमुख सचिव ने सख्त हिदायत दी कि इलाज में लापरवाही न बरती जाए नहीं तो निलंबन की कार्रवाई को तैयार रहें। अधिकारियों के पहुंचने पर मेडिकल में दिनभर हड़कंप की स्थिति रही। प्रमुख सचिव टी वेंकटेश, ओएसडी डॉ. वेद प्रकाश, कमिश्नर अनीता सी मेश्राम, डीएम अनिल ढींगरा, आईजी लक्ष्मी सिंह, एसएसपी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। मेडिकल प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता, एसआईसी डा. धीरज राज, नोडल प्रभारी डा. तुंगवीर सिंह आर्य, टास्ट फोर्स के डा. ज्ञानेश्वर टांक, डा. दिनेश राणा के साथ डेढ़ घंटे बैठक की। इसके बाद देर रात लखनऊ से आए ओएसडी डा.वेद प्रकाश ने मेडिकल और कोविड वार्ड का औचक निरीक्षण किया।