यह भी देखेंः यूपी के इस शहर में फैली जातीय हिंसा, अब तक एक युवक की मौत और दर्जनों घायल बहुत मनमानी हो चुकी, सुधर जाएं दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी बकरीद के लिए हुर्इ वीडियो क्रांफ्रेंसिंग के बाद से ज्यादा बढ़ गर्इ है। इसमें कर्इ अफसरों के गैरजिम्मेदारना रवैए ने उनकी नाराजगी को बढ़ाने का ही काम किया। बताते हैं कि वीडियो क्रांफ्रेंसिंग के बाद मुख्यमंत्री ने कर्इ परिक्षेत्रों व जनपदों में पुलिस अफसरों की कार्यशैली पर कड़ी नाराजगी जतार्इ है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री अपराध नहीं रोक पाने वाले पुलिस अफसरों के खिलाफ बकरीद के बाद इन्हें बदलने के आदेश दे सकते हैं। उनका कहना है कि भाजपा सरकार में पुलिस अफसरों पर राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं हो रहा है आैर उन्हें अपराध नियंत्रण की पूरी छूट दे रखी है तो वे क्या कर रहे हैं। बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने खास तौर पर मेरठ, प्रतापगढ़ व पूर्वांचल के कुछ जिलों के अफसरों के कामकाज पर असंतोष जताया है। यही वजह है अब बकरीद का इंतजार किया जा रहा है। उसके बाद इन जनपदों के एसएसपी का ट्रांसफर किया जा सकता है। फिर भी उन्होंने आगाह जरूर किया है कि सभी अफसर सुधर जाएं। जिस काम के लिए तैनात किए गए हैं, उसमें सर्वश्रेष्ठ दिखाना होगा।
यह भी पढ़ेंः वेस्ट यूपी में हो रहे जातीय संघर्ष से 2019 में इस पार्टी के लिए बनेगी बड़ी मुसीबत तब बढ़ गया था मुख्यमंत्री का पारा बकरीद के मौके पर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर हो रही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान चाय की चुस्कियां लेते हुए अन्य अफसरों से बात करते हुए एक सीनियर पुलिस अधिकारी को भारी पड़ गया। उनके इस गैरजिम्मेदाराना रवैये पर मुख्यमंत्री बहुत नाराज हुए थे। मुख्यमंत्री ने डीजीपी के निर्देशों के बारे में इस सीनियर अधिकारी से सवाल किया तो अफसर इसक जवाब सही तरीके से नहीं दे पाए थे। मुख्यमंत्री ने अफसर को जमकर फटकार लगाते हुए सुधर जाने की चेतावनी दी। इस अफसर की कार्यशैली से मुख्यमंत्री के गुस्से की आंच दूसरे अफसरों तक भी पहुंच गर्इ।
यह भी पढ़ेंः मेरठ में जातीय संघर्ष के बाद रात को गोलियों की आवाज से गूंजता रहा गांव, भारी फोर्स तैनात मेरठ जनपद में यह है स्थिति पिछले करीब महीनेभर से मेरठ जनपद में लगातार आपराधिक व संघर्ष की घटनाएं बढ़ी हैं। सरधना में कपसाढ़, गंगानगर में उल्देपुर में ठाकुर-दलित संघर्ष, खरखौदा क्षेत्र में पति-पत्नी की हत्या, इसी दिन दो सगे भाइयों पर बदमाशों के हमले में एक भार्इ की मौत, मां-बेटी पर बदमाशों के हमले में मां की हत्या समेत कर्इ घटनाएं एेसी हैं, जिनमें मेरठ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे। मुख्यमंत्री की नाराजगी मेरठ जनपद के एसएसपी राजेश कुमार पांडे पर भी भारी पड़ सकती है, यह बकरीद हो जाने के बाद देखने वाली बात होगी।