यह भी पढ़ेंः आइसोलेशन वार्ड में मोबाइल फोन पर लगाई गई रोक, कहा- इससे फैलता है कोरोना संक्रमण बता दें कि इन दिनों मेरठ प्रशासन की लापरवाही और लचर व्यवस्था के चलते अब स्कूल प्रशासन अभिभावकों को फरमान जारी कर रहे हैं। स्कूल धमकी दे रहे हैं कि अगर बच्चों की स्कूल फीस नहीं जमा की तो बच्चों को आनलाइन क्लास में बैठने से रोक देंगे। मेरठ के अभिभावक अब जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि वह इस मामले में हस्ताक्षेप करे। बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कोई भी शैक्षिक संस्थान पेरेंट्स को लॉकडाउन पीरियड के दौरान फीस जमा करने के लिए मजबूर नहीं करेंगे। फीस नहीं जमा करने की स्थिति में छात्रों को ऑनलाइन कोर्स की सुविधा से भी वंचित नहीं किया जा सकता है। वहीं हरियाणा सरकार ने पिछले हफ्ते आदेश दिया था कि लॉकडाउन के समाप्त होने तक स्कूलों में फीस कलेक्शन की सभी गतिविधियों को रोक दिया जाए।
यह भी पढ़ेंः कोरोना से महिला ने दम तोड़ा, मरने वालों की संख्या हुई 22, संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 369 मेरठ पेरेंट्स एसोसिएशन ने भी डीएम अनिल ढींगरा को पत्र लिखा है और लॉकडाउन की अवधि तक स्कूल फीस जमा से राहत दिलाने का आग्रह किया है। एसोसिएशन ने पत्र में कहा है कि चूंकि छोटे और मध्यम उद्यमों से कमाई बंद हो गई है और लोगों ने जो बचाकर रखा था, उसे भी रोजाना की जरूरतों के लिए खर्च कर दिया है, ऐसे में लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।