यह भी पढ़ें- Corona : गौतमबुद्ध नगर में हालात गंभीर, 70 नए मामले सामने आए, अब तक 935 लोग संक्रमित सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरठ मंडल के चार जिलों सहित प्रदेश के 11 कोरोना संक्रमित प्रमुख शहरों में वरिष्ठ अधिकारियों, केजीएमयू और एसजीपीपीजीआई के विशेषज्ञों की तैनाती की है। मेरठ के लिए आबकारी आयुक्त पी गुरु प्रसाद और केजीएमयू के कार्डियोलॉजी के डॉ. शरद चंद्रा की टीम गठित की है। यह टीम सोमवार को पहुंच गई। इसके साथ ही बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद जिले के लिए भी अलग टीम का गठन किया गया है। बताया जा रहा है कि 18 जून के बाद मुख्यमंत्री भी मेरठ आ सकते हैं।
बता दे कि मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर सहित 11 शहरों में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं कोरोना से मौतें भी लगातार हो रही है। मरीजों के इलाज में लापरवाही की शिकायत प्रतिदिन आ रही हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर रविवार को मुख्य सचिव ने कोरोना संक्रमित 11 प्रमुख जिलों में कोविड और नॉन-कोविड के लिए बेहतर व्यवस्था के लिए विशेष टीम का गठन किया है। सोमवार को संबंधित जिलों में विशेष टीम में शामिल वरिष्ठ अधिकारी और केजीएमयू के विशेषज्ञ पहुंच गए। मेरठ के नोडल अधिकारी बनाए गए आबकारी आयुक्त पी गुरु प्रसाद और केजीएमयू के डा.शरद चंद्रा मेरठ में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल कालेज के अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे। संभावना है कि वह मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और अन्य कोविड अस्पताल का जायजा भी लेंगे।
मेरठ में तीसरी बार शासन की टीम मेरठ में कोरोना संक्रमण काल में तीसरी बार शासन की टीम आई है। एक बार मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश के साथ केजीएमयू के विशेषज्ञ डाॅ. सूर्यकांत त्रिपाठी को भेजा गया था। दूसरी बार शासन ने प्रमुख सचिव सिंचाई के साथ आईजी पीटीएस लक्ष्मी सिंह और केजीएमयू के विशेषज्ञ डाॅ. वेदप्रकाश को भेजा था। इस टीम की रिपोर्ट पर मेडिकल कालेज के प्राचार्य डाॅ. आरसी गुप्ता को हटाया गया था। तब मेडिकल कॉलेज में इलाज और देखभाल में लापरवाही के आरोप लगे थे। ऑडियो, वीडियो वायरल हुए थे। शासन की टीम के साथ अब कोरोना संक्रमित जिलों में 18 जून के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद दौरा करेंगे। वहीं सीएमओ डाॅ. राजकुमार ने बताया कि लखनऊ से टीम के आने की जानकारी है। टीम को पूरा सहयोग किया जाएगा।