मेरठ

विश्वविद्यालय के छात्रों ने कुलपति के नियम को बताया ‘काला कानून’ और कर दिया घेराव, देखें वीडियो

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छात्रों ने नेगेटिव मार्किंग के नियम पर जमकर किया हंगामा
नियम को वापस नहीं लेने पर बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
नेगेटिव मार्किंग के नियम को छात्रों ने काला कानून बताया

 

मेरठJan 14, 2020 / 12:56 pm

sanjay sharma

मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSU Meerut) से संबद्ध सभी डिग्री कॉलेजों (Colleges) में लागू किया गया नेगेटिव मार्किंग (Negative Marking) का नियम हंगामे और बवाल का सबब बनता जा रहा है। इस नियम को काला कानून (Black Law) बताकर विरोध कर रहे छात्रों ने अब कुलपति (Vice Chancellor) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सैकड़ों छात्रों ने कुलपति आवास का घेराव करते हुए जमकर हंगामा किया। उन्होंने इस नियम के समाप्त न होने पर विश्वविद्यालय प्रबंधन को सबक सिखाने की चेतावनी दी है।
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मेरठ कॉलेज छात्र संघ के पूर्व महामंत्री अनुराग चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों छात्र जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय पहुंचे। छात्रों ने नेगेटिव मार्किंग के विरोध में हंगामा करते हुए कुलपति प्रो. एनके तनेजा के आवास के बाहर धरना दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुलपति तानाशाही रवैया अपनाते हुए छात्रों पर नेगेटिव मार्किंग का नियम थोप रहे हैं। जबकि इसके लिए न तो कॉलेजों के प्रवक्ता ही तैयार हैं और न ही छात्र। उन्होंने इस नियम को ‘काला कानून’ बताते हुए कहा कि इस नियम के लागू होने से हजारों छात्रों का भविष्य भी काला हो जाएगा।
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छात्रों ने हंगामा करते हुए चेतावनी दी कि यदि कुलपति ने यह नियम वापस नहीं लिया तो छात्र एकजुट होकर विश्वविद्यालय प्रबंधन को सबक सिखाएंगे। बताते चलें कि नेगेटिव मार्किंग को लेकर दो दिन पहले भी सैकड़ों छात्रों ने मंडलायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया था। छात्रों ने दो दिन में इस नियम के समाप्त न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।

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