वेबसाइट से महिला पुलिसकर्मियों का निकालता था नंबर
गिरफ्तार किया गया फर्जी सिपाही महिला कांस्टेबलों को प्रेमजाल में फंसाकर गलत काम और ठगी किया करता था। आरोपी राजन वर्मा लखीमपुर खीरी कोतवाली के मिदनियागढ़ का रहने वाला है। राजन खुद को लखनऊ में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के ऑफिस में तैनात बताया करता था। वह महिला सिपाहियों के नंबर वेबसाइट से जुटाता था और उनको प्रेमजाल में फंसाकर गलत काम किया करता था।
पांच महिला सिपाहियों को बना चुका है शिकार
जानकारी के मुताबिक वह पांच महिला सिपाहियों को फंसाकर ठगी को अंजाम दे चुका है। आरोपी ने ठगी करके एक लग्जरी कार भी खरीदी थी। आरोपी के खिलाफ पांच महिला सिपाहियों को फंसाकर दुष्कर्म और उनसे लोन के जरिए करोड़ों की ठगी करने का आरोप भी लगाया गया है। उसके खिलाफ मुरादाबाद, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी और कोतवाली बरेली में पांच मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं।
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पेठा फैक्ट्री का मालिक था राजन वर्मा
पूछताछ करने पर बताया गया कि उसने अपने शहर लखीमपुर खीरी में पेठा बनाने की फैक्ट्री लगाई थी। अयोध्या में अभियुक्त की मुलाकात सुनील गुप्ता नाम के पुलिस वाले से हुई, जो अपने आप को S.O.G में बताता था। विश्वास में लेकर पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर 05 लाख रुपये लिये और सुनील गुप्ता के साथ रहने लगा।महिला पुलिसकर्मी से कर ली शादी
सुनील गुप्ता और अन्य पुलिसवालों के साथ पुलिस लाइन में रहकर राजन पुलिस के बारे में बहुत कुछ जान गया। इसने अपने आप को पुलिस में बताते हुए एक महिला आरक्षी से शादी की। जब महिला आरक्षी को पता चला कि राजन 8वीं पास है और बेरोजगार है तो महिला आरक्षी ने दूरी बनानी शुरू कर दी। इसके बाद इसने उत्तर प्रदेश पुलिस की बेवसाइट के माध्यम से ऐसी महिला आरक्षी से दोस्ती करनी शुरू कर दी जिनके नाम के आगे वर्मा लगा हो जो जाति के आधार पर इस पर भरोसा करने लगे। यह भी पढ़ें