दरअसल कहा जा रहा है कि बसपा सुप्रीमों मायावती कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण से मुलाकात पर खासी नाराज हैं। इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस चंद्रशेखर को मैदान में उतर सकती है। इतना ही नहीं अगर चंद्रशेखर नहीं माने तो कांग्रेस उनसे गठबंधन भी कर सकती है।
ये भी पढ़ें : अस्पताल में इनसे मिलने पहुंची प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर कह दी ये बड़ी बात
हालाकि प्रिंयका गांधी से मुलाकात के बाद चन्द्रशेखर ने कहा कि वह किसी से राजनीतिक मुलाकात नहीं करते। उन्हें तो उनके साथ आए लोगों के नाम भी नहीं मालूम। उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी से उनकी ज्यादा बात नहीं हुई। प्रियंका गांधी ने ही उनका हाल-चाल जाना और उनके संघर्ष के बारे में बात की। इस मुलाकात के दौरान राजनीति पर कोई बात नहीं हुई।
हालाकि प्रिंयका गांधी से मुलाकात के बाद चन्द्रशेखर ने कहा कि वह किसी से राजनीतिक मुलाकात नहीं करते। उन्हें तो उनके साथ आए लोगों के नाम भी नहीं मालूम। उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी से उनकी ज्यादा बात नहीं हुई। प्रियंका गांधी ने ही उनका हाल-चाल जाना और उनके संघर्ष के बारे में बात की। इस मुलाकात के दौरान राजनीति पर कोई बात नहीं हुई।
ये भी पढ़ें : BREAKING : चंद्रशेखर बोले- यूपी से मोदी को जीतकर जाने नहीं दूंगा, खुद लडूंगा वाराणसी से चुनाव
हालाकि इन मुलाकात के बाद मायावती ने लखनऊ में अखिलेश यादव से मुलाकात की। जिसके बाद अखिलेश ने एक फोटो ट्वीट कर लिखा कि आज एक मुलाकात महापरिवर्तन के लिए…। अटकलें मायावती का दबाव है कि रायबरेली में सोनिया गांधी और अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ प्रत्याशी उतारे जाएं। सूत्रों के मुताबित इस दौरान चुनावी रैलियों को लेकर भी चर्चा हुई। जिसके तहत होली के बाद गठबंधन चुनावी रैली की शुरूआत करेगी।
हालाकि इन मुलाकात के बाद मायावती ने लखनऊ में अखिलेश यादव से मुलाकात की। जिसके बाद अखिलेश ने एक फोटो ट्वीट कर लिखा कि आज एक मुलाकात महापरिवर्तन के लिए…। अटकलें मायावती का दबाव है कि रायबरेली में सोनिया गांधी और अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ प्रत्याशी उतारे जाएं। सूत्रों के मुताबित इस दौरान चुनावी रैलियों को लेकर भी चर्चा हुई। जिसके तहत होली के बाद गठबंधन चुनावी रैली की शुरूआत करेगी।