छेड़छाड़ का विरोध करने वाली छात्रा ने 17 दिन बाद तोड़ा दम, तनाव को देखते छावनी में तब्दील हुआ सरधना परिजनों के अनुसार, दिलशाद अपने परिवार के साथ जोगा बाई एक्सटेंशन जामिया नगर इलाके में रहता था। उनके परिवार में तीन बच्चे, पत्नी और मां हैं। जबकि पिता की मौत हो चुकी है। दिलशाद का परिवार मूलरूप से मवाना के सठला गांव का रहने वाला है। बता दें कि दिलशाद 2016 में मेरठ के वार्ड-34 सठला से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीता था। वह बसपा के पूर्व विधायक योगेश वर्मा का दाया हाथ था। योगेश वर्मा इस समय मेरठ जेल में बंद हैं और अपना पथरी का इलाज कराने के लिए मेरठ के मेडिकल में भती हैं।
घर में सो रही 82 बुजुर्ग महिला से बलात्कार की कोशिश कर रहे युवक का परिजनों किया ये हाल प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सोमवार शाम को दिलशाद अपने कार्यालय से घर पहुंचा था। उसके कुछ देर बाद ही उसके फोन पर किसी का फोन आया और फोन करने वाले ने उसे बाटला हाउस इलाके में बुलाया। दिलशाद पत्नी से थोड़ी देर में आने की बात कहकर घर से गए थे। दिलशाद के वहां पहुंचते ही उन पर दो युवकों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। आरोपियों ने दिलशाद पर छह राउंड फायरिंग की। हत्या कर आरोपी पैदल ही गलियों में फरार हो गए। दोनों आरोपियों ने हेलमेट पहने हुए थे। दिल्ली पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। वहीं परिजन भी दिल्ली पहुंच चुके हैं और गांव में रिश्तेदारों और दिलशाद के समर्थकों की भीड़ जुटी हुई है।