यह भी पढ़ेंः भाजपा के फायरब्रांड विधायक संगीत सोम की कोठी पर बम फेंकने के बाद फायरिंग करके भागे, आतंकी हमले से भी जोड़ रही पुलिस आर्मी क्षेत्र में हमला करने वाला कोर्इ बड़ा संगठन उन्होंने बताया कि ये इस तरह का हमला कोई छोटा-मोटा क्रिमिनल या फिर गिरोह तो कर नहीं सकता। क्योंकि जिस जगह उनका आवास है वहां पर आर्मी की सुरक्षा बहुत पुख्ता रहती है। साथ ही उनके सुरक्षा कर्मी भी थे, लेकिन हमला पूर्व नियोजित था। जो किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है। उन्होंने कहा कि हिन्दूवादी नेता होने के कारण वे कुछ कट्टरपंथियों के निशाने पर तो हैं ही। इसलिए उन पर हमले की जांच बहुत सावधानी से की जा रही है। जांच एजेंसियों को वह और उनके सुरक्षाकर्मी पूरा सहयोग दे रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः जिस इलाके में हेलमेट आैर कार की सीट बेल्ट के बिना घुसने नहीं दिया जाता, वहां फेंका हैंड ग्रेनेड आैर की फायरिंग! तीन पुलिसकर्मियों के बयान हुए दर्ज भाजपा विधायक संगीत सोम के कैंट स्थित आवास पर हुए हमले के मामले में उनकी सुरक्षा में उस समय तैनात रहे तीन पुलिसकर्मियों के क्राइम ब्रांच ने बयान लिए। सूत्रों की मानें तो तीनों के बयान विरोधाभासी हैं। पुलिस सुरक्षाकर्मियों के हुए विरोधाभासी बयान से मामले की गुत्थी और उलझ गई है। बताते चलें कि हमले के समय विधायक की सुरक्षा में 21 जवान सीआरपीएफ के और तीन पुलिसकर्मी मौजूद थे। उस दिन दो पुलिसकर्मी गैरहाजिर थे। भाजपा विधायक पर हमले के बाद एक्शन लेते हुए एसएसपी अखिलेश कुमार ने पांचों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।