यह भी पढ़ेंः बुलंदशहर बवाल में मारे गए इंस्पेक्टर के समर्थन में आयी इस पार्टी ने राष्ट्रपति से की ये बड़ी मांग एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान जब उनसे पूछा गया कि दलित हनुमान मंदिर पर कब्जा कर रहे हैं तो उन्होंने बड़ी चालाकी से सियासी पैंतरा खेलते हुए उत्तर दिया कि दलित हमारे ही हैं। हम दलितों के हैं, वे हमारे हैं। उन्होंने कहा कि ये किसने कहा कि दलित हमसे अलग हैं। उन्होंने कहा कि दलित हमारे भाई हैं वे न तो कभी हमसे दूर हुए हैं और न होंगे। उन्होंने खुद को दलितों का हितैषी जताने की कोशिश करते हुए कहा कि दलितों के सर्वाधिक हित भाजपा में सुरक्षित हैं। भाजपा दलित हितैषी है। दलित हमारे समाज का एक प्रमुख हिस्सा हैं और हम अपने हिस्से को अपने साथ रखते हैं। भाजपा विधायक संगीत सोम ने कहा कि वे दलित विरोधी नहीं है। दलितों के सर्वाधिक चिंतक हैं।
यह भी पढ़ेंः बसपा नेताआें ने कहा- दलित समाज पर की ज्यादतियों को लोक सभा चुनाव में भुगतेगी भाजपा, मच गर्इ हलचल एक सवाल के जवाब पर जब उनसे पूछा कि दलित हनुमान मंदिर पर कब्जा कर रहे हैं तो उनका कहना था कि किसी को कहीं भी आने-जाने का अधिकार है। दलितों को भी हनुमान मंदिर में जाने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि कब्जे की बात कहां से आती है जब मंदिर ही दलितों के हैं। उन्होंने कहा कि दलित को मंदिर में जाने और पूजा करने का पूरा अधिकार है। उनसे जब पूछा गया कि मुख्यमंत्री के हनुमान को दलित बताने वाले बयान पर उनकी क्या प्रतिक्रिया है तो उनका कहना था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।