गौरतलब है कि दो दिन पूर्व भाजपा नेता और ठेकेदारी का काम करने वाले संजय प्रधान ने एसएसपी के पास जाकर ये आरोप लगाया था कि विधायक संगीत सोम ने ठेकेदारी का काम दिलाने के एवज में उनसे 43 लाख रुपये लिए थे। उसके बाद न तो उन्हें काम मिला और न ही अब पैसा वापिस मिल रहा है। एसएसपी ने मामले में जांच के आदेश दे दिए थे ।
वहीं, इस पूरे मामले पर भाजपा के विधायक संगीत सोम का कहना है कि जब उन्हें अपने ऊपर लगे आरोप की जानकारी मिली तो उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर खुद मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की थी। अब अगर खुद संजय अपनी शिकायत वापिस ले रहे हैं तो ये अच्छा है लेकिन उन्हें अपने ऊपर आरोप लगा हुआ था लेकिन वो बेदाग साबित हुए इसकी उन्हें ख़ुशी है । अधिकारियों का भी इस मामले में यही कहना है कि जो शिकायतकर्ता है, जब वही अपनी बातों से मुकर रहा है तो फिर आगे की कार्रवाई का तो मतलब ही नहीं उठता है।
हालांकि, विधायक संगीत सोम इस मामले में पूरी तरह से अपने बचाव में उतर आए हैं। उन्होंने दबी जुबान में यह भी कहा कि पुलिस का काम पुलिस करेगी और साथ ही वह यह भी इशारा दे रहे हैं कि यह कहीं ना कहीं उनकी छवि खराब करने का भी मकसद हो सकता है, लेकिन इस बात पर जब पत्रिका संवाददाता ने पूछा तो कुछ भी साफ साफ बोलने से मना कर दिया, लेकिन इशारों-इशारों में यह बात भी कह दी कि कहीं ना कहीं यह पूरा मामला किसी राजनीति से जरूर प्रेरित था।