यह भी पढ़ेंः भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने राम मंदिर पर दिया यह बड़ा बयान, मच रही है खलबली कैराना आैर नूरपुर चुनाव के बाद कैराना आैर नूरपुर चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद से भाजपा जिला संगठन इकाइयों में बदलाव की मांग जोर पकड़ने लगी थी, क्योंकि पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्विनी त्यागी की यह परीक्षा थी, जिसमें उन्हें नुकसान पहुंचा, लेकिन मेरठ में दो दिवसीय कार्यसमिति के सफल आयोजन के बाद जिला संगठन में बदलाव की चर्चाएं बढ़ गर्इ हैं। माना जा रहा है कि अगर कोर्इ बदलाव होता है तो अश्विनी त्यागी की अहम भूमिका होगी, क्योंकि वह मिशन 2019 के लिए पूरी तैयारी के साथ उतरना चाहते हैं, ताकि कैराना आैर नूरपुर में हुर्इ गल्तियां फिर नहीं दोहरे।
यह भी देखेंः राम मंदिर पर बोले प्रदेश अध्यक्ष, यह भाजपा का चुनावी मुद्दा नहीं यहां हो सकते हैं बदलाव सूत्रों की मानें तो मेरठ के साथ-साथ बागपत, शामली, हापुड़ समेत आधा दर्जन जिला इकाइयों में बदलाव हो सकता है। इनमें जिलाध्यक्ष आैर महानगर अध्यक्ष पर चेहरे बदल सकते हैं। कार्यसमिति की बैठक के बाद से क्षेत्रीय अध्यक्ष का कद बढ़ने से उनकी टीम के कुछ कार्यकर्ताआें को ये जिम्मेदारी मिल सकती है। प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल के साथ क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्विनी त्यागी की ट्यूनिंग आैर कार्यकर्ताआें से उनका बेहतर तालमेल इस नए चेहरों को लाने में अहम भूमिका निभाएगा। साथ ही मिशन 2019 में वेस्ट यूपी के उन पार्टी नेताआें व कार्यकर्ताआें को तरजीह दी जा सकती है, जो वेस्ट यूपी से बेहतर रिजल्ट दे सकें।