मेरठ। कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने की घाषणा कर माया वती ने भाजपा को ने सिर्फ राहत की सांस लेने का मौका दिया है, बल्कि चुटकी लेने का मौका भी दे दिया है। बसपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कांग्रेस के साथ गठबंधन न करने की घोषणा भाजपा की ओर से कोई अधिकृत प्रतिक्रिया तो नहीं आई है, लेकिन भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मंत्री रहे डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने व्यंग्यात्मक शैली में महागठबंधन पर प्रहार करते हुए कहा कि यह तो होना ही था। उन्होंने कहा कि काजी के निकाह पढ़ने से पहले ही तलाक हो गया है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन उन राजनैतिक दलों की एक बेमेल कोशिश है। डॉ. वाजपेयी ने कहा कि ये लोग देश के लिए नहीं सोचते। ये लोग अपने दल और अपने निजी स्वार्थ के लिए राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि मायावती और कांग्रेस दोनों भाजपा के खिलाफ नहीं लड़ रहे हैं, वे अपने हितों को पूरा करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों के हित सत्ता की प्राप्ति तक सीमित है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कभी सत्ता के लालच में नहीं रही। भाजपा सत्ता की लालची होताी तो दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार तेरह दिन नहीं पूरे पांच साल चलती उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता के लिए कभी उसूलों से समझौता नहीं किया।
छोटे-मोटे दलों का उलूस मात्र सत्ता हासिल करना
बसपा पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि छोटे दलों का उसूल मात्र सत्ता हासिल करना होता है। वे किसी भी तरीके से सत्ता के शीर्ष पर पहुंचना चाहते हैं। इसके लिए वे जनता और अपने समाज के साथ ही देश हित के बारे में भी नहीं सोचते हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन का शिगूफा पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती और उनके भतीजे अखिलेश यादव ने ही छेड़ा था। अब जब इनके हित महागठबंधन में टकराने लगे हैं तो सिर फुटव्वल शुरू हो गया है। उन्होंने कहा, दरअसल यह बेमेल गठबंधन, इसिलए समय से पहले ही टूट रहा है। डॉ. वाजपेयी ने कहा कि मायावती हो या अखिलेश यादव दोनों ही अकेेले भाजपा का मुकाबला नहीं कर सकते। इसलिए ही महागठबंधन की बात छेड़ी गई थी। उन्होंने कहा कि यह लोग जाति के नाम पर चुनाव जीतने की रणनीति बना रही है, लेकिन भाजपा के साथ देश की जनता खड़ी है। जनता भलीभांति जानती है कि उसको किसको चुनना है कौन इस देश का भला कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह काम सिर्फ नरेन्द्र मोदी ही कर सकते हैं।