पूर्व मंत्री और विधायक डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि अखिलेश को अपने पर ही अविश्वास है। उनके पिता ने जो पीड़ा व्यक्त की उसके बारे में भी क्या भाजपा ही दोषी है। अखिलेश भाजपा पर जो आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि भाजपा तोड़ने का नहीं, जोड़ने का काम करती है। भाजपा में आज भी बड़ों का सम्मान होता है, इज्जत होती है। भाजपा में समाजवादी पार्टी की तरह नहीं होता। उन्होंने कहा कि जिस समय चाचा के साथ पार्टी के भीतर भेदभाव किया जा रहा था, क्या वह भी अखिलेश से भाजपा ही करवा रही थी? अखिलेश इसका भी जवाब दें। सपा के दो फाड़ होने पर तंज कसते हुए वाजपेयी ने कहा कि घर का आदमी निकल जाता है और घर में रहने वाले लड़के को पता ही नहीं चलता। यह कैसा समाजवाद है। जो समाजवाद अपना घर नहीं संभाल सकता वह देश और प्रदेश क्या संभालेगा।