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बेहतरीन गेंदबाजों में होती है गिनती 29 साल के भुवनेश्वर कुमार की गिनती दुनिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में होती है। उनका जन्म 5 फरवरी 1990 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ है। भुवनेश्वर के पिता किरनपाल सिंह पुलिसकर्मी रह चुके हैं। उन्होंने मेरठ के गंगा नगर में मकान बनाया है। भुवनेश्वर कुमार को घर और पड़ोस में ‘बिट्टू’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने ट्रांसलेम एकेडमी में शुरुआती शिक्षा हासिल की। बुलंदशहर के गांव लुहारली में उनका पुश्तैनी मकान है। यह भी पढ़ें
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बड़ी बहन ने की काफी मदद बिट्टू को भुवनेश्वर कुमार बनने में उनकी बड़ी बहन ने काफी मदद की। रेखा अघाना भुवनेश्वर कुमार से सात साल बड़ी हैं। स्टार क्रिकेटर बनने के बाद भी उनके सारे अहम फैसले उनकी बड़ी बहन ही लेती हैं। वह रोजाना भुवनेश्वर को गंगा नगर स्थित घर से एकेडमी तक लाती थीं। प्रेक्टिस के दौरान वह वहीं पर रुकती थीं। इसके बाद उन्हें लाने का काम भी रेखा ही करती थीं। यह भी पढ़ें
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प्रथम श्रेणी क्रिकेट में आगाज गुर्जर बिरादरी से संबंध रखने वाले भुवनेश्वर कुमार ने 17 साल की उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शुरुआत की। वह बंगाल के खिलाफ सबसे पहले प्रथम श्रेणी क्रिकेट में मैदान में उतरे। वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में मास्टर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को जीरो पर आउट करने की उपलब्धि भी हासिल कर चुके हैं। यह भी पढ़ें
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आईपीएल का प्रदर्शन 2008-09 सत्र में अच्छा प्रदर्शन करने का उन्हें इनाम भी मिला। उनको इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में एंट्री का मौका मिला। अच्छे प्रदर्शन के आधार पर उन्हें आईपीएल में रॉयल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर (RCB) की ओर से खेलने का मौका मिला। छठे आईपीएल (IPL 6) में उन्होंने पुणे वारियर्स इंडिया (Pune Warriors India) की टीम की कप्तानी की। इसके बाद 2014 के आईपीएल में वह सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) में शामिल हो गए। तब से भुवनेश्वर कुमार सनराइजर्स हैदराबाद के साथ जुड़े हुए हैं। 2016 में उन्होंने टूर्नामेंट में 23 विकेट हासिल कर पर्पल कैप हासिल की थी। इसके बाद 2017 में भी वह 26 विकेट लेकर पर्पल कैप के हकदार बने। यह भी पढ़ें
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पहला इंटरनेशनल मैच इंटरनेशनल क्रिकेट में भुवनेश्वर कुमार की एंट्री 20 दिसंबर 2012 में ट्वेंटी-ट्वेंटी (20-20) सीरीज से हुई थी। उन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ खेला। उस समय पाकिस्तानी टीम भारत दौरे पर आई थी। अपने पहले ही मैच में उन्होंने 4 ओवर में 9 रन देकर तीन विकेट हासिल किए थे। पाकिस्तान के खिलाफ खेला पहला वनडे टी-20 सीरीज के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली गई। 30 दिसंबर 2012 को चेन्नई में हुए पहले मैच में भुवनेश्वर कुमार को पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे खेलने का मौका मिला। महेंद्र सिंह धाेनी की कप्तानी में हुआ वह मैच भले ही भारत हार गया था लेकिन भुवी के लिए खास रहा। उन्होंने पाकिस्तान इनिंग की पहली ही गेंद पर ओपनर मोहम्मद हफीज को बोल्ड कर दिया था। इसके बाद 22 फरवरी 2013 को उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था।
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