साइबर कैफे वालों पर न रहें निर्भर छात्रवृत्ति के लिए अप्लाई करने वाले छात्र-छात्राओं को आवेदन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। दरअसल छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन फॉर्म सबमिट करना होता है। ऐसे में यदि कोई गलती हुई तो उसे सबमिट करने के बाद दोबारा सही नहीं किया जा सकेगा खबरों के मुताबिक, इस बार मेरठ जिले से काफी कम छात्रों ने छात्रवृत्ति के लिए अप्लाई किया है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश शासन द्वारा भी नाराजगी जाहिर की गई है। हालांकि इसमें कोई बड़ी चीज नहीं है। बस फॉर्म भरते समय छात्र-छात्राओं को साइबर कैफे वालों पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए। छात्रों को फॉर्म भरते समय मोबाइल नंबर, ईमेल, आईडी सहित अपने दस्तावेज और सबसे जरूरी आधार नंबर को सही से अंकित करवाना चाहिए।
इन दस्तावेजों की जानकारी ध्यान से दें दरअसल, ये ऐसी जानकारी है जिसमें यदि गलती हुई तो सबमिट करने के बाद न इन्हें ठीक किया जा सकेगा और न ही आपको स्कॉलरशिप मिलेगी। इसके अलावा छात्र-छात्राएं को आवासीय प्रमाण पत्र, बिजली का बिल, गैस बिल, राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस का उपयोग कर सकते हैं। ध्यान रहे कि इसमें आधार कार्ड अनिवार्य है। अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिए जाति प्रमाण पत्र आवश्यक है। इसी के साथ-साथ छात्र-छत्राओं को पासपोर्ट साइज फोटो, आय प्रमाण पत्र, पिछली क्लास की मार्कशीट, मूल निवास प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, स्टूडेंट आईडी प्रूफ, छात्रों और अभिभावकों की पासबुक भी लगानी होगी।