यह भी पढ़ेंः दरोगा ने फेसबुक पर की दोस्ती, शादी के बाद महिला ने उस पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, पूरा मामला है ये डकैती के वांछित को पकड़ने गर्इ थी पुलिस बुधवार की रात लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र की समर गार्डन कालोनी का है। करीब डेढ़ महीने पहले लिसाड़ी गेट के फतेहउल्लापुर में सपा नेता आदिल सिद्दीकी की बहन के यहां डकैती पड़ी थी। भीड़ ने तीन डकैतों को मौके पर पकड़ लिया था। बाकी तीन अभी भी फरार चल रहे हैं। बुधवार की शाम पुलिसकर्मी सादी वर्दी में दो बाइकों से यहां समर गार्डन में वांछित बदमाश इमरान कालिया उर्फ ट्रैक्टर को घर से उठाया तो उसके परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। महिलाआें ने छत पर जाकर शोर मचा दिया। इसी दौरान पुलिस बाइक पर इमरान को बिठाकर ले गए।
यह भी पढ़ेंः योगी की पुलिस के परिवार रहते हैं एेसे सरकारी मकानों में कि कभी भी हो जाए कोर्इ हादसा, अफसरों को पता भी नहीं, देखें वीडियो आधे घंटे बाद फिर पहुंची पुलिस इमरान उर्फ ट्रैक्टर को लेकर पुलिस थाने आ गर्इ तो हंगामे को रोकने के लिए दरोगा मुकेश कुमार आैर पुलिसकर्मी जीप आैर बाइकों से वहां पहुंचे। इसी दौरान महिलाआें ने छत पर चढ़कर पथराव कर दिया। नीचे भीड़ में शामिल लोगों ने पुलिकर्मियों को बंधक बनाकर उनसे मारपीट कर दी। आरोप है कि दरोगा के साथ मारपीट की गर्इ। इस घटना के बाद सीआे कोतवाली मय फोर्स के मौके पर पहुंचे आैर सख्ती से भीड़ को तितर-बितर किया। वांछित की मां ने पुलिस पर घर में तोड़फोड़ आैर घर में रखे दो लाख रुपये की लूटपाट के आरोप लगाए। साथ ही कहा कि पुलिस उसके बेटे को मुठभेड़ में घायल दिखाना चाहती थी। हालांकि सीआे दिनेश शुक्ला ने बाद में कहा कि पुलिस पर मारपीट आैर लूटपाट के आरोप गलत हैं। उन्होंने बताया कि वांछित इमरान पर लूट आैर जानलेवा हमले के 16 मामले दर्ज हैं।