यह भी पढ़ेंः VIDEO: पलायन मामले में यहां कड़ी सुरक्षा की कवायद शुरू, इतने सीसीटीवी कैमरे लगेंगे टीम ने बयान किए दर्ज, लोगाें से भी मिली दो सदस्यीय मध्यकमान की टीम अपनी इस जांच को पूरी तरह गोपनीय बरत रही है। सूत्रों की मानें तो टीम ने पहले सीआे कोतवाली, इंस्पेक्टर थाना लिसाड़ी गेट व अन्य दरोगाआें से प्रहलाद नगर के मामले में बयान लिए। इसके बाद टीम के सदस्य प्रहलाद नगर पहुंचे आैर यहां के निवासियों से बातचीत की। सूत्रों के अनुसार यहां के निवासियों ने यहां की शिकायतें बतार्इं आैर पुराने शिकायती पत्र टीम को दिए हैं।
यह भी पढ़ेंः पलायन मुद्दा और जुलूस के दौरान बवाल बने इन पुलिस अफसरों के हटने की वजह इन स्थानों पर भी गर्इ टीम मध्यकमान की खुफिया टीम प्रहलाद नगर के उन इलाकों में भी गर्इ, जहां ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर आैर बोर्ड लगे हुए थे। मौजूदा समय में रह रहे आसपास के लोगों से भी मामले की जानकारी ली आैर बयान दर्ज किए। वर्तमान भाजपा पार्षद जितेंद्र पाहवा, पूर्व पार्षद इंद्रजीत कथूरिया समेत अन्य लोगों के भी मध्यकमान की टीम ने बयान लिए।
यह भी पढ़ेंः मेरठ समेत वेस्ट यूपी के इन जिलों में दो अप्रैल जैसी हिंसा फैलाने की थी साजिश, देखें वीडियो यह है मामला मेरठ के प्रहलाद नगर में बहुसंख्यक परिवारों के पलायन का मामला ‘नमो एेप’ पर मैसेज दिए जाने के बाद प्रकाश में आया। मुस्लिम बहुल इस इलाके के लोगों का कहना है कि बहू-बेटियों से छेड़खानी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अराजक तत्वों द्वारा लूटपाट, फायरिंग जैसी घटनाएं शाम होने के बाद आम बात है। इसी वजह से हिन्दू परिवार यहां से अपने घर आैने-पौने दामों में बेचकर यहां से कहीं आैर जाने पर मजबूर हो रहे हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने जब रिपोर्ट तलब की तभी से पुलिस-प्रशासनिक अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में पलायन जैसी कोर्इ बात होने से इनकार किया।