दिल्ली-NCR में 7 से 10 नवंबर तक एयर क्वालिटी इंडेक्स AQI चिंताजनक
आज मंगलवार को प्रदूषण का स्तर उच्चतम है। एनसीआर में कुछ जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स AQI 450 से ऊपर दर्ज किया गया है। हालात की भयावहता को देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने संभावना जताई है कि स्थिति अगले तीन दिनों तक ऐसी ही रहने के संकेत हैं। जारी रिपोर्ट में बताया है कि दिल्ली एनसीआर में 7 से 10 नवंबर तक एयर क्वालिटी इंडेक्स AQI चिंताजनक स्थिति में रहेगा। इस दौरान पूरा एनसीआर के जिले खतरनाक गैस चैंबर में तब्दील हो सकते हैं।
आज मंगलवार को प्रदूषण का स्तर उच्चतम है। एनसीआर में कुछ जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स AQI 450 से ऊपर दर्ज किया गया है। हालात की भयावहता को देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने संभावना जताई है कि स्थिति अगले तीन दिनों तक ऐसी ही रहने के संकेत हैं। जारी रिपोर्ट में बताया है कि दिल्ली एनसीआर में 7 से 10 नवंबर तक एयर क्वालिटी इंडेक्स AQI चिंताजनक स्थिति में रहेगा। इस दौरान पूरा एनसीआर के जिले खतरनाक गैस चैंबर में तब्दील हो सकते हैं।
पूरे एनसीआर में ग्रेप 4 लागू
प्रदूषण बोर्ड के आंकड़ों की माने तो मंगलवार की सुबह ओवरऑल AQI 399 दर्ज किया गया। जबकि अलग—अलग इलाकों में प्रदूषण का स्तर 450 भी पार गया है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक आनंद विहार में 441, मयूर विहार फेस 1 में 441 और गाजियाबाद नेहरु नगर में 420, सोनिया विहार में 400 AQI दर्ज किया गया है। हालांकि खतरनाक स्तर में पहुंच चुके वायु प्रदूषण से निपटने के लिए पूरे एनसीआर में ग्रेप 4 लागू किया गया है।
प्रदूषण बोर्ड के आंकड़ों की माने तो मंगलवार की सुबह ओवरऑल AQI 399 दर्ज किया गया। जबकि अलग—अलग इलाकों में प्रदूषण का स्तर 450 भी पार गया है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक आनंद विहार में 441, मयूर विहार फेस 1 में 441 और गाजियाबाद नेहरु नगर में 420, सोनिया विहार में 400 AQI दर्ज किया गया है। हालांकि खतरनाक स्तर में पहुंच चुके वायु प्रदूषण से निपटने के लिए पूरे एनसीआर में ग्रेप 4 लागू किया गया है।
अगले तीन दिनों तक कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं
गाजियाबाद और नोएडा में कंस्ट्रक्शन गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। धूल और धुआं कम करने के लिए पानी का छिड़काव दिन में किया जा रहा है। इसके बावजूद इसके अगले तीन दिनों तक कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। वायु प्रदूषण के कारण क्रॉनिक डिजीज से पीड़ित लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
गाजियाबाद और नोएडा में कंस्ट्रक्शन गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। धूल और धुआं कम करने के लिए पानी का छिड़काव दिन में किया जा रहा है। इसके बावजूद इसके अगले तीन दिनों तक कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। वायु प्रदूषण के कारण क्रॉनिक डिजीज से पीड़ित लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
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खास तौर पर सांस के रोगियों के लिए अब मुश्किल काफी बढ़ गई है। इसी प्रकार सर्दी जुकाम से पीड़ित रोगियों को दिक्कत हो रही है। इससे सभी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है। हालात देखते हुए डॉक्टरों ने लोगों को घर से बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी है।