यह भी पढ़ेंः सिंगर नोडी सिंह के गीतों पर लोहड़ी महोत्सव में खूब झूमे युवा, देखें वीडियो आइस स्केटर अनुभव ने बताया कि उनका सपना देश का नाम रोशन करने का है, लेकिन देश में खेेलों को कोई प्रोत्साहन नहीं दिया जाता। मेरठ कालेज से बीए कर रहे अनुभव ने बताया कि प्रैक्टिस के लिए उन्हें विदेश में जाना पड़ता है। अगर देश में ही युवाओं के मौका मिले तो यहां पर प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। देश में खेलों को सरकार कोई प्रोत्साहन नहीं देती है। अनुभव गोल्ड मेडल जीतने के बाद जब मेरठ पहुंचे तो उनके परिजनों और दोस्तों ने जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अब वह बेल्जियम में होने वाले टूर्नामेंट की तैयारी करेंगे।